तेल अवीव। इजरायल गाजा पर बड़ा सैन्य अभियान चला रहा है, वहीं दूसरी तरफ गाजा के बच्चों के लिए दूध, पानी, भोजन और दवाई लेकर एक जहाज तेजी से गाजा की ओर बढ़ रहा है। हालांकि संयुक्त राष्ट्र लगातार युद्धग्रस्त क्षेत्र में प्रभावित लोगों को भोजन और पानी पहुंचाने का अभियान चला रहा है, लेकिन गाजा की ओर बढ़ रहा जहाज विश्व जलवायु कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग का है।
गाजा पहुंचने वाले जहाज का नाम द मैडलाइन है, जो मानवाधिकार संगठन फ्रीडम फ्लोटिला कोएलिशन (एफएफसी) से जुड़ा है। यह जहाज 1 जून को इटली के सिसिली बंदरगाह से रवाना हुआ था और गाजा पहुंचने के लिए 2000 किलोमीटर की दूरी तय करेगा। अनुमानों के अनुसार, इसके 7 जून को गाजा पहुंचने की संभावना है, लेकिन इजरायली नौसेना इसे रोक सकती है। ग्रेटा थनबर्ग के खुद इस जहाज पर यात्रा करने के कारण इजरायल को सतर्क कर दिया गया है। ग्रेटा थनबर्ग के साथ 11 कार्यकर्ता हैं, जिनमें फ्रांसीसी सांसद रीमा हसन, जर्मन यास्मीन जार, फ्रांसीसी बैपटिस्ट आंद्रे, ब्राजील के थियागो एविला, फ्रांसीसी उमर फयाद, पास्कल और यानिस महादी, तुर्की के सुयाब ओरडू, स्पेनिश सर्जियो टोरबियो, डच मार्को रीन्स और फ्रांसीसी रेवा वियार्ड शामिल हैं।
इजरायली सेना ने ग्रेटा थनबर्ग की जहाज यात्रा पर आपत्ति जताई है। इजराइली सेना के प्रवक्ता एफी डेफ्रिन ने नियमों के मुताबिक कार्रवाई करने की बात कही है। इजराइल जहाज को गाजा तट पर पहुंचने से रोकने के लिए कटिबद्ध है। एईसीसी ने इससे पहले मई में कॉन्साइंस नाम का जहाज गाजा भेजा था लेकिन 2 मई को इजराइली ड्रोन हमले में यह नष्ट हो गया था।
ग्रेटा थनबर्ग ने बयान दिया है कि हमें हमेशा गलत के खिलाफ खड़े होने की कोशिश करनी चाहिए। जब हम कोशिश करना बंद कर देंगे तो मानवता भी खत्म हो जाएगी। कार्यकर्ताओं के साथ जहाज में सवार होकर गाजा पहुंचने वाली ग्रेटा थनबर्ग की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो गई हैं। फोटो में ग्रेटा फिलिस्तीनी झंडा थामे नजर आ रही हैं। जलवायु कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग मारिजुआना के समर्थकों और विरोधियों के बीच चर्चा का केंद्र बन गई हैं।
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