अयोध्या। उत्तर प्रदेश के अयोध्या में राम मंदिर में आज राम दरबार और परिसर में 7 अन्य मंदिरों का उद्घाटन किया गया है। राम मंदिर की पहली मंजिल पर राम दरबार का उद्घाटन किया गया है, जिसकी पहली तस्वीरें सामने आई हैं। राम दरबार में भगवान श्रीराम, माता जानकी और हनुमानजी की मूर्तियां स्थापित की गई हैं। इस अवसर पर राम मंदिर को भव्य तरीके से सजाया गया है। देश-विदेश से हजारों की संख्या में श्रद्धालु अयोध्या पहुंचे हैं। उद्घाटन समारोह उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मौजूदगी में किया गया।
यह समारोह अभिजीत मुहूर्त और स्थिर लग्न में किया गया। पूरा समारोह 17 मिनट की विशेष अवधि यानी सुबह 11:45 से दोपहर 12:45 बजे तक किया गया। कहा जाता है कि अभिजीत मुहूर्त दिन का सबसे शुभ और पवित्र समय होता है। इसी कारण इस समय राम दरबार में प्राण प्रतिष्ठा की गई।
राम दरबार समेत इन मंदिरों की प्राण प्रतिष्ठा हुई
मुख्य मंदिर में पहली मंजिल पर श्री राम दरबार
ईशान कोण में शिवलिंग
अग्नि कोण में श्री गणेश
दक्षिण मध्य में महाबली हनुमान
दक्षिण-पश्चिम कोने में सूर्य देव
उत्तर-पश्चिम कोने में मां भगवती
उत्तर मध्य में मां अन्नपूर्णा
दक्षिण-पश्चिम किले में शेषावतार
इस अवसर पर सूरत के एक हीरा व्यापारी ने भगवान के हीरा जड़ित सोने-चांदी के आभूषण और अस्त्र-शस्त्र राम मंदिर को भेंट किए हैं। इन आभूषणों को बनाने का काम कतारगाम के एक जौहरी ने किया है। प्राण प्रतिष्ठा के दौरान देशभर से लोग राम मंदिर में उमड़े। विश्व हिंदू परिषद के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष दिनेश नावडिया ने कहा कि दान किए गए अन्य आभूषणों में 1000 कैरेट के हीरे, 30 किलो चांदी, 300 ग्राम सोना, 300 कैरेट के माणिक से बने 11 मुकुट शामिल हैं। इसके अलावा भगवान राम समेत चारों भाइयों के लिए हार, झुमके, तिलक, धनुष-बाण भी हैं। इन आभूषणों को चार्टर्ड विमान से अयोध्या लाया गया।
राम दरबार रामलला के गर्भगृह के ऊपर यानी पहली मंजिल पर बनाया गया है। काशी के पुजारी जय प्रकाश त्रिपाठी द्वारा 101 पंडितों द्वारा मंत्रोच्चार के बाद मूर्तियों की आंखों पर बंधी पट्टी खोली गई और उन्हें दर्पण दिखाया गया। गर्भगृह में भगवान राम बाल रूप में विराजमान हैं, जबकि राम दरबार में वे राजा के रूप में विराजमान हैं। राम दरबार में श्रद्धालु कब से दर्शन कर सकेंगे, इस बारे में ट्रस्ट ने अभी कोई जानकारी नहीं दी है।
