बेंगलुरू। आईपीएल 2025 में आरसीबी चैंपियन बनने के बाद बेंगलुरु के एम चिन्नास्वामी स्टेडियम में जीत का जश्न मनाया गया। जिसके चलते स्टेडियम के पास बड़ी संख्या में लोगों की भीड़ एक साथ जमा हो गई और अफरा-तफरी मच गई। आरसीबी की टीम अहमदाबाद से बेंगलुरु पहुंची। जहां मुख्यमंत्री ने विधानसभा में आरसीबी टीम और स्टाफ को बधाई दी। उसके बाद आरसीबी की टीम चिन्नास्वामी स्टेडियम पहुंची। जहां स्टेडियम और स्टेडियम के बाहर लाखों की संख्या में लोग जमा हो गए। एक साथ बड़ी संख्या में फैन्स के पहुंचने से कई एंट्री गेट पर भगदड़ मच गई, जिसके चलते 11 लोगों की मौत हो गई और 30 से ज्यादा लोग घायल हो गए। इस घटना पर बीसीसीआई, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया, राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे समेत नेताओं ने दुख जताया। कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने मृतकों के परिजनों को 10-10 लाख रुपये की सहायता देने की घोषणा की है। जानकारी के अनुसार 35,000 की क्षमता वाले स्टेडियम में जश्न मनाने के लिए करीब 3 लाख लोग जमा हुए थे। भगदड़ में बचाव कार्य नहीं हो सका।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बेंगलुरु में हुई भगदड़ पर दुख जताया। उन्होंने कहा कि बेंगलुरु में हुई त्रासदी बहुत दुखद है। मेरी संवेदनाएं उन सभी लोगों के साथ हैं जिन्होंने इस दुख की घड़ी में अपने प्रियजनों को खो दिया है। मैं प्रार्थना करता हूं कि जो लोग घायल हुए हैं वे जल्द ही ठीक हो जाएं।
कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने कहा कि हमें यह सुनकर बहुत दुख हुआ कि बेंगलुरु के चिन्नास्वामी स्टेडियम में आरसीबी टीम के जीत के जश्न के दौरान भगदड़ मच गई, जिसमें कई लोगों की जान चली गई और कुछ गंभीर रूप से घायल हो गए। इस दुर्घटना के दुख ने जीत की खुशी को भी खत्म कर दिया है। मृतकों की आत्मा को शांति मिले और मैं अस्पताल में इलाज करा रहे घायलों के जल्द स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं। ऐसी भगदड़ और बेकाबू भीड़ की आशंका के चलते विजय परेड में मार्च करने की अनुमति नहीं दी गई। भगदड़ में 11 लोगों की मौत हो गई है और 33 लोग घायल हुए हैं। सभी घायल खतरे से बाहर हैं।
भगदड़ पर राहुल गांधी ने कहा कि आरसीबी की विजय परेड के दौरान बेंगलुरु के चिन्नास्वामी स्टेडियम के पास जो हादसा हुआ, वह दिल दहला देने वाला है। मेरी संवेदनाएं उन परिवारों के साथ हैं, जिन्होंने अपने प्रियजनों को खो दिया है। सभी घायलों के जल्द और पूरी तरह से स्वस्थ होने की कामना करता हूं। मैं दुख की इस घड़ी में बेंगलुरु के लोगों के साथ खड़ा हूं। कर्नाटक सरकार को प्रभावित परिवारों को हर संभव सहायता और राहत प्रदान करनी चाहिए। यह त्रासदी एक दर्दनाक याद दिलाती है। किसी भी उत्सव में मानव जीवन का मूल्य नहीं होता। सार्वजनिक कार्यक्रमों के लिए हर सुरक्षा प्रोटोकॉल की समीक्षा की जानी चाहिए और उसे सख्ती से लागू किया जाना चाहिए – जीवन को हमेशा प्राथमिकता दी जानी चाहिए।
बीसीसीआई सचिव देवजीत सैकिया ने कहा कि जो कुछ भी हुआ वह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। मुझे लगता है कि कुछ खामियां थीं। इसमें बीसीसीआई की कोई भूमिका नहीं थी। लेकिन यह एक सबक है जिसे सीखा जा सकता है। आगे चलकर ऐसी जीत का जश्न मनाने के लिए नए नियम बनाए जाएंगे।