मंुबई। महाराष्ट्र के नासिक में सिंहस्थ कुंभ मेला उत्सव की तिथियों की आधिकारिक घोषणा की गई। यह घोषणा नासिक और त्र्यंबकेश्वर के सभी अखाड़ों के साधुओं और महंतों की मौजूदगी में की गई। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की अध्यक्षता में नासिक जिला कलेक्ट्रेट में आयोजित बैठक में सिंहस्थ कुंभ मेले के अंतिम कार्यक्रम की घोषणा की गई। इस बैठक में सभी 13 अखाड़ों के साधुओं और महंतों ने हिस्सा लिया। त्र्यंबकेश्वर और नासिक दोनों जगहों पर ध्वजारोहण के साथ ही 31 अक्टूबर 2026 को सिंहस्थ कुंभ मेला उत्सव की शुरुआत मानी जाएगी। हालांकि पहला अमृत स्नान 2 अगस्त 2027, दूसरा अमृत स्नान 31 अगस्त 2027 और तीसरा अमृत स्नान 12 सितंबर 2027 को होगा। इसके बाद 24 जुलाई 2028 को ध्वजारोहण के साथ कुंभ मेला संपन्न होगा।
सिंहस्थ कुंभ मेला हर बारह साल में आयोजित होता है। इस साल के कुंभ मेले के लिए त्र्यंबकेश्वर और नासिक में तैयारियां चल रही हैं। सिंहस्थ कुंभ से जुड़े कार्यों के लिए अब तक चार हजार करोड़ के टेंडर आवंटित किए जा चुके हैं। जल्द ही दो हजार करोड़ के टेंडर आवंटित किए जाएंगे। इससे पहले 2015-16 में नासिक-त्र्यंबकेश्वर में सिंहस्थ कुंभ मेला आयोजित किया गया था। देश में नासिक-त्र्यंबकेश्वर के अलावा प्रयागराज, उज्जैन और हरिद्वार में कुंभ मेले का आयोजन होता है। प्रयाग और हरिद्वार में हर छह साल में अर्धकुंभ भी आयोजित होता है। नासिक और त्र्यंबकेश्वर सिंहस्थ कुंभ की खासियत यह है कि यहां वैष्णव और शैव दोनों अखाड़े अलग-अलग स्नान करते हैं।