नई दिल्ली। बढ़ती महंगाई के बीच केंद्र सरकार ने एक अहम फैसला लेते हुए आम जनता को बड़ी खुशखबरी दी है। सरकार ने कच्चे पाम तेल, कच्चे सोयाबीन तेल और कच्चे सूरजमुखी तेल पर सीमा शुल्क आधा कर दिया है और इस फैसले को तत्काल प्रभाव से लागू करने का आदेश दिया है। पहले इन खाद्य तेलों पर मूल सीमा शुल्क 20 प्रतिशत था, जिसे घटाकर 10 प्रतिशत कर दिया गया है। इस फैसले से बाजार में तेल की कीमतों में कमी आने की उम्मीद है। वित्त मंत्रालय की नई अधिसूचना तत्काल प्रभाव से लागू हो गई है। खाद्य सचिव संजीव चोपड़ा ने कहा कि वर्तमान में खाद्य तेल पर मूल सीमा शुल्क 20 प्रतिशत था, जिसे सरकार ने घटाकर 10 प्रतिशत कर दिया है। सॉल्वेंट एक्सट्रैक्टर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (एसईए) के कार्यकारी निदेशक बीवी मेहता ने बताया कि कच्चे पाम तेल, कच्चे सोयाबीन तेल और कच्चे सूरजमुखी तेल पर मूल सीमा शुल्क 20 प्रतिशत से घटाकर 10 प्रतिशत कर दिया गया है।
मेहता ने यह भी कहा कि संशोधित दरों के बारे में अधिसूचना शुक्रवार को जारी की गई और यह तत्काल प्रभाव से लागू हो गई है। इन तीनों उत्पादों पर मूल सीमा शुल्क और अतिरिक्त शुल्क मिलाकर पहले 27.5 प्रतिशत सीमा शुल्क लगता था, जिसे अब घटाकर 16.5 प्रतिशत कर दिया गया है। जबकि रिफाइंड तेल पर सीमा शुल्क 35.75 प्रतिशत है।
भारत खाद्य तेलों की अपनी मौजूदा मांग का 50 प्रतिशत से अधिक आयात करता है। मेहता ने आगे कहा कि भारत रिफाइंड पाम तेल का अधिक आयात करता है, क्योंकि यह कच्चे पाम तेल से सस्ता है। भारत मलेशिया और इंडोनेशिया से पाम तेल आयात करता है।