नई दिल्ली। केंद्रीय जांच एजेंसी (सीबीआई) ने भ्रष्टाचार के एक मामले में जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक और छह अन्य के खिलाफ आरोपपत्र दायर किया है। चार्जशीट की जानकारी मिलते ही मलिक की तबीयत बिगड़ गई और उन्हें तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया। सीबीआई ने एक परियोजना से संबंधित अनुबंध में कथित भ्रष्टाचार के मामले में मलिक के खिलाफ कार्रवाई की है।
दरअसल, जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ा में कीरू हाइड्रोइलेक्ट्रिक पावर प्रोजेक्ट का काम चल रहा है और इस प्रोजेक्ट की जिम्मेदारी चिनाब वैली पावर प्रोजेक्ट्स लिमिटेड (सीवीपीपीपीएल) के हाथ में है। यह परियोजना कुल 2200 करोड़ रुपये की लागत से बनाई जा रही है। सीबीआई परियोजना के सिविल कार्यों के लिए निविदा प्रक्रिया की गहन जांच कर रही है, जिसमें कई अनियमितताएं और घोटाले सामने आए हैं। सीवीपीपीपीएल ने अपनी 47वीं बैठक आयोजित की और ई-टेंडरिंग और रिवर्स नीलामी के माध्यम से निविदा प्रक्रिया को पुनः संचालित करने का निर्णय लिया। हालांकि, निर्णय को लागू नहीं किया गया और निविदा सीधे पटेल इंजीनियरिंग लिमिटेड को दे दी गई।
23 अगस्त 2018 से 30 अक्टूबर 2019 तक जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल रहे सत्यपाल मलिक ने दावा किया है कि जब मैं राज्यपाल था, तो मुझे परियोजना से संबंधित दो फाइलों को मंजूरी देने के लिए 300 करोड़ रुपये की रिश्वत की पेशकश की गई थी।
सत्यपाल मलिक के बयानों के बाद सीबीआई ने 20 अप्रैल 2022 को मामला दर्ज किया। इस मामले में एक निजी कंपनी चिनाब वैली पावर प्रोजेक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड और कुछ अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था। तब यह बात सामने आई कि किरू जलविद्युत परियोजना में निविदा प्रक्रिया का ठीक से पालन नहीं किया गया था। एजेंसी के मुताबिक इसी वजह से इस मामले की जांच सत्यपाल मलिक तक पहुंची।
सीबीआई की कार्रवाई के बीच सत्यपाल मलिक की तबीयत बिगड़ गई है। सीबीआई ने आज, 22 मई को मलिक समेत छह लोगों के खिलाफ आधिकारिक चार्जशीट दाखिल की है, वहीं मलिक ने सोशल मीडिया पर जानकारी साझा की है कि वह अस्पताल में भर्ती हैं और उनकी हालत काफी खराब है।