लखनऊ। उत्तर प्रदेश में इको-टूरिज्म और पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए विस्टाडोम ट्रेन सेवा शुरू की गई है। यह विशेष रेलगाड़ी तीन अभयारण्यों – दुधवा राष्ट्रीय उद्यान, कतर्नियाघाट और किशनपुर को जोड़ती है। इसके साथ ही, उत्तर प्रदेश देश का पहला राज्य है जहां ‘विस्टाडोम जंगल सफारी’ सुविधा शुरू की गई है। इस ट्रेन में सवार होकर पर्यटक जंगल सफारी का रोमांचक अनुभव ले सकेंगे। फिलहाल यह सेवा केवल शनिवार और रविवार को ही उपलब्ध है। आने वाले दिनों में इसे सप्ताह के सातों दिन के लिए शुरू किया जाएगा।
उत्तर प्रदेश सरकार ने ‘एक गंतव्य, तीन वन’ योजना के तहत तीन अभयारण्यों – दुधवा राष्ट्रीय उद्यान, कतर्नियाघाट और किशनपुर वन्यजीव अभयारण्य को जोड़ा है। विस्टाडोम जंगल सफारी ट्रेन इसी उद्देश्य से शुरू की गई है। इससे पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा और स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे। यह रेल सेवा होमस्टे मालिकों, रिसॉर्ट संचालकों और ट्रैवल एजेंटों की भागीदारी से स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूत करेगी। इस ट्रेन के माध्यम से प्राकृतिक संसाधनों और जैव विविधता के संरक्षण का संदेश भी फैलाया जाएगा।
इस ट्रेन का नाम ‘बिछिया से मैलानी टूरिस्ट पैसेंजर ट्रेन’ (संख्या 52259) रखा गया है। यह ट्रेन बहराइच के बिछिया स्टेशन से सुबह 11:45 बजे प्रस्थान करती है और विभिन्न स्टेशनों से गुजरते हुए शाम 4:10 बजे लखीमपुर खीरी के मैलानी स्टेशन पहुंचती है। वापसी ट्रेन को ‘मैलानी से बिछिया टूरिस्ट पैसेंजर ट्रेन’ (संख्या 52260) के नाम से जाना जाएगा, जो मैलानी से सुबह 6:05 बजे रवाना होगी और सुबह 10:30 बजे बिछिया स्टेशन पहुंचेगी।
विस्टाडोम कोच एक विशेष प्रकार के रेल कोच हैं जिनमें सामान्य कोचों की तुलना में काफी बड़ी खिड़कियां होती हैं, जिससे यात्रियों को बाहरी दुनिया को बेहतर ढंग से देखने में मदद मिलती है। कई विस्टाडोम कोचों में कांच की छतें भी होती हैं। कुछ विस्टाडोम कोचों में ऐसी सीटें भी होती हैं जिन्हें 180 डिग्री तक घुमाया जा सकता है, जिससे यात्री अपनी सीट घुमा सकते हैं और अपनी इच्छानुसार किसी भी दिशा में देख सकते हैं। विस्टाडोम कोच में यात्रा करना एक अद्भुत अनुभव बन जाता है। भारत में ‘अहमदाबाद-केवडिया एक्सप्रेस’, ‘यशवंतपुर-मंगलौर एक्सप्रेस’, ‘गुवाहाटी-बदरपुर एक्सप्रेस’ जैसी कई ट्रेनों में विस्टाडोम कोच की सुविधा उपलब्ध है।
107 किलोमीटर लंबे इस जंगल ट्रेक पर पर्यटक प्राकृतिक दृश्यों, जैव विविधता और वन्य जीवन का करीब से अनुभव कर सकेंगे। इस 4 घंटे और 25 मिनट की यात्रा के लिए टिकट की कीमत 250 रुपये है। 275 रुपए की बचत हुई है। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से पर्यटकों को कतर्नियाघाट घुमाने के लिए एक पैकेज भी तैयार किया जा रहा है, जिसमें पर्यटकों को छूट दी जाएगी। देश में मानसून का मौसम शुरू होने वाला है, इसलिए जंगल सफारी के शौकीन इस ट्रेन के शुरू होने पर इस प्रयास की सराहना करेंगे। ऐसा माना जाता है कि मानसून के दौरान जंगल अधिक हरा-भरा हो जाता है, जिससे इसकी सुंदरता बढ़ जाती है। इसलिए यह ट्रेन मानसून के चार महीनों के दौरान बड़े पैमाने पर पर्यटकों को आकर्षित करेगी।
स्कूली छात्रों के लिए इस ट्रेन पर सवार होकर जंगल सफारी का आनंद लेने हेतु एक विशेष यात्रा की योजना बनाई जा रही है। इसके अलावा, सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर्स और ट्रैवल ब्लॉगर्स के लिए ‘फेम टूर’ का भी आयोजन किया जा रहा है, ताकि विस्टाडोम कोच और इस जंगल सफारी का डिजिटल मीडिया पर प्रचार किया जा सके।