नई दिल्ली। पहलगाम में आतंकवादी हमले के बाद भारत-पाकिस्तान के बीच संभावित युद्ध के मद्देनजर कल, 7 मई को देश में नागरिक सुरक्षा मॉकड्रिल का आयोजन किया जाएगा। देश की जनता मांग कर रही है कि इस बार पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब दिया जाए। दूसरी ओर, पाकिस्तान को डर है कि भारत कभी भी उस पर हमला कर सकता है।
आतंकवादी हमले के बाद भारत द्वारा सिंधु जल संधि निलंबित किये जाने से पाकिस्तान की चिंता बढ़ गई है । आज प्रधानमंत्री मोदी ने एक निजी चैनल के कार्यक्रम में कहा कि हमारी नदियों का पानी दशकों से विवाद और मतभेद का विषय रहा है, लेकिन हमारी सरकार ने राज्य सरकारों के साथ मिलकर नदियों को जोड़ने का महाअभियान शुरू किया है।
उन्होंने कहा कि केन-बेतवा लिंक परियोजना, पार्वती-कालीसिंध चंबल लिंक परियोजना से लाखों किसानों को लाभ होगा। इन दिनों मीडिया में पानी को लेकर काफी चर्चा हो रही है। पहले जो पानी भारत का था, वह भी बाहर जा रहा था, अब भारत का पानी भारत के अधिकार में बहेगा और भारत के ही काम आएगा।
पहलगाम हमले के बाद प्रधानमंत्री मोदी की अध्यक्षता में सुरक्षा मामलों की कैबिनेट समिति की बैठक हुई, जिसमें भारत ने पाकिस्तान के साथ 1960 में हुई सिंधु जल संधि को निलंबित करने का फैसला किया। यह समझौता तब तक निलंबित रहेगा, जब तक पाकिस्तान सीमा पार आतंकवादियों के खिलाफ उचित कार्रवाई नहीं करता। केंद्र सरकार की कार्रवाई के बाद अब पाकिस्तानी जहाज भारतीय बंदरगाहों में प्रवेश नहीं कर सकेंगे। विदेश व्यापार महानिदेशालय (डीजीएफटी) ने पाकिस्तान से सभी प्रकार के आयात पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया है।