नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद से ही देश के करोड़ों नागरिक आतंकवाद के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव भी लगातार बढ़ रहा है। ऐसे में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने पाकिस्तान का नाम लिए बगैर चेतावनी देते हुए कहा कि सीमाओं की सुरक्षा करना मेरी जिम्मेदारी है। देश जो चाहेगा, वही होगा।
दिल्ली के आनंदधाम आश्रम में संस्कृति जागरूकता कार्यक्रम में राजनाथ सिंह ने कहा कि देश को नीची नजर से देखने वालों को मुंहतोड़ जवाब देना मेरी जिम्मेदारी है। आप सभी हमारे प्रधानमंत्री जी को अच्छी तरह से जानते हैं और उनकी कार्यशैली से भी परिचित हैं। मैं आप सभी को आश्वस्त करता हूं कि आप जो भी चाहेंगे वह होगा।
उन्होंने आगे कहा कि भारत की ताकत न केवल उसकी सैन्य क्षमता में निहित है, बल्कि उसकी संस्कृति और आध्यात्मिकता में भी निहित है। इतिहास साक्षी है कि भारत के संतों ने न केवल आध्यात्मिक बल्कि सामाजिक सुधार, शिक्षा और राष्ट्रीय एकता में भी अग्रणी भूमिका निभाई है। एक ओर संत संस्कृति की रक्षा करते हैं, तो दूसरी ओर जवान सीमा की रक्षा करते हैं। एक ओर संत जीवन के मैदान पर लड़ते हैं, तो दूसरी ओर सैनिक युद्ध के मैदान पर लड़ते हैं।