सूरत। सूरत शहर के उत्राण में मकानों पर ध्वस्तीकरण की फर्जी नोटिस चिपकाए जाने से भारी हंगामा मच गया। पूरी घटना की जानकारी मिलते ही स्थानीय प्रशासन और पुलिस मौके पर पहुंच गई। जांच के बाद पता चला कि मकानों पर लगाए गए नोटिस फर्जी थे। सूरत नगर निगम (एसएमसी) और पुलिस को फर्जी नोटिस लगाए जाने की सूचना दी गई। पुलिस ने शिकायत दर्ज कर आगे की जांच शुरू कर दी है।
उत्राण में स्थित तापीनगर डिवीजन-2 सोसाइटी में कुछ घरों की दीवारों पर अचानक डिमोलिशन के नोटिस चिपका दिए गए। इससे स्थानीय लोगों में भय पैदा हो गया। मकानों पर चिपकाए गए नोटिस में लिखा था- नगरपालिका के निर्देशानुसार, इस मकान को 7 दिनों के भीतर गिरा दिया जाएगा। इसको लेकर निवासी एसएमसी और नजदीकी पुलिस स्टेशन पहुंच गए। इसके बाद स्थानीय लोगों को पता चला कि नगर निगम ने ऐसा कोई नोटिस जारी नहीं किया है। पुलिस अधिकारी ने इस तथ्य की पुष्टि करते हुए कहा कि ये नोटिस पूरी तरह से फर्जी हैं और कुछ अज्ञात तत्वों द्वारा गलत सूचना फैलाने का प्रयास है। इस बीच, पुलिस ने पूरी घटना के संबंध में अज्ञात लोगों के खिलाफ शिकायत दर्ज कर ली है और आगे की कार्रवाई कर रही है।