वडोदरा। वडोदरा और नर्मदा जिलों से होकर गुजरने वाली नर्मदा नदी लगभग 6 किमी लंबी है। चूंकि चैत्र माह में पंचकोशी उत्तरवाहिनी परिक्रमा का विशेष महत्व है, इसलिए उत्तरवाहिनी पंचकोशी नर्मदा परिक्रमा 29 मार्च 2025 को शुरू हुई और 27 अप्रैल को पूरी हुई। नर्मदा परिक्रमा के लिए गुजरात समेत अन्य राज्यों से भी श्रद्धालु आए। इस वर्ष करीब 9 लाख 9 हजार 900 श्रद्धालुओं ने 15 किलोमीटर की परिक्रमा की। पिछले साल की तुलना में इस साल चार गुना अधिक श्रद्धालु आए हैं।
राज्य सरकार ने उत्तरवाहिनी पंचकोशी नर्मदा परिक्रमा की तैयारियां की थी। मुख्यमंत्री ने 8 अप्रैल, 2025 को आयोजन स्थल का दौरा किया और परिक्रमा के लिए की गई व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया। वर्ष 2024 में 2.50 लाख श्रद्धालु परिक्रमा के लिए आए थे। इस बार उत्तरवाहिनी पंचकोशी नर्मदा परिक्रमा में पिछले साल की तुलना में 4 गुना अधिक श्रद्धालु जुटे।
गुजरात पवित्र तीर्थयात्रा विकास बोर्ड ने नर्मदा परिक्रमा के दौरान आने वाले हजारों श्रद्धालुओं के लिए 3.82 करोड़ रुपये की लागत से कई सुविधाएं की थी। जिसमें परिक्रमा मार्ग, घाट पर व्यवस्थाएं, नाव सहित कई अन्य सुविधाएं श्रद्धालुओं के लिए परिक्रमा को काफी आसान बना रही थीं। इसके साथ ही, तीर्थयात्रियों के लिए परिक्रमा सुचारू रही क्योंकि परिवहन, पुलिस सुरक्षा और बुनियादी सुविधाओं की पूरी व्यवस्था की गई थी।