नई दिल्ली। उत्तर भारत के कई हिस्सों में शुक्रवार सुबह भारी बारिश के साथ भयंकर तूफान आया, जिसके परिणामस्वरूप सात लोगों की मौत हो गई। दिल्ली और एनसीआर में आंधी-बारिश के कारण कई जगहों पर पेड़ गिर गए। कई स्थानों पर यातायात जाम हो गया और कई इलाकों में बिजली आपूर्ति भी बाधित हुई। इसके अलावा राजधानी में कई उड़ानें देरी से चल रही हैं। शुक्रवार की सुबह दिल्ली में तीन घंटे तक बारिश हुई, धूल और तेज हवाएं चलीं, जिससे कई स्थानों पर यातायात जाम हो गया और उड़ानों में देरी हुई। दिल्ली, गुरुग्राम, फरीदाबाद और मथुरा की व्यस्त सड़कें जलमग्न हो गई हैं। कई स्थानों पर पेड़ गिरने की घटनाएं भी हुई हैं। नफजगढ़ इलाके में एक इमारत गिरने से 28 वर्षीय महिला और तीन बच्चों की मौत हो गई। भारी बारिश और तेज हवाओं के कारण राजधानी दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर 200 से अधिक उड़ानों के संचालन में देरी हुई है।
मेघराजा ने उत्तर प्रदेश में भी हलचल मचा दी है, तथा कई सड़कें जलमग्न हो गई हैं। राज्य में अलग-अलग बिजली गिरने की घटनाओं में कम से कम तीन लोगों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए। मृतकों में फिरोजाबाद में मनरेगा के तहत काम करने वाले दो मजदूर भी शामिल हैं। इसके अलावा एटा जिले में बिजली गिरने से 17 वर्षीय दीक्षा की मौत हो गई, जबकि उसकी छोटी बहन, पिता और भाई भी घायल हो गए।
मौसम विभाग ने 3 और 4 मई को पश्चिमी उत्तर प्रदेश में कुछ स्थानों पर भारी बारिश और आंधी की संभावना जताई है। इस दौरान 30-50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने का अनुमान है। आईएमडी ने लोगों को सतर्क रहने और सावधानी बरतने की सलाह दी है। हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला और जुब्बड़हट्टी के आसपास के कई इलाकों में ओले गिरे हैं। इसके अलावा कुछ स्थानों पर बारिश भी हुई है। मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार, अगले सप्ताह के गुरुवार तक आंधी-तूफान, बिजली गिरने और 30-50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलने का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। भारी बारिश और तेज हवाओं के कारण शिमला में पेड़ गिरने से कई कारें क्षतिग्रस्त हो गई हैं। मौसम विभाग ने मई महीने के लिए अपने पूर्वानुमान में अनुमान जताया है कि अधिकांश स्थानों पर अधिकतम और न्यूनतम तापमान सामान्य से अधिक रहेगा। पंजाब और हरियाणा के कई हिस्सों में रातभर तेज हवाओं के साथ भारी बारिश हुई, जिससे दोनों राज्यों में तापमान में मामूली गिरावट आई। स्थानीय मौसम विभाग ने बताया कि हिसार, बठिंडा और गुरदासपुर में सबसे अधिक बारिश हुई।