नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम हमले के बाद भारत पाकिस्तान के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर रहा है। इस बीच, भारतीय वायुसेना ने ‘एक्सरसाइज एग्रेशन’ के तहत एक बड़ा सैन्य अभ्यास शुरू किया है। जिसमें पहाड़ और जमीनी स्तर पर हवाई हमलों का अभ्यास किया गया है। यह युद्ध अभ्यास फिलहाल सेंट्रल सेक्टर में चल रहा है।
जानकारी के अनुसार वायुसेना के कई उपकरण पूर्वी सेक्टर से मध्य सेक्टर में भेजे गए हैं। जहां इस अभ्यास के तहत लंबी दूरी तक दुश्मन के ठिकानों पर सटीक बमबारी की जा रही है। पायलट वास्तविक युद्ध स्थितियों में लड़ने के लिए अभ्यास कर रहे हैं।
इस युद्ध अभ्यास को ‘अक्रमण’ नाम दिया गया है। इस दौरान वायुसेना के शीर्ष पायलट सक्रिय रूप से शामिल होते हैं और वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा उनकी निगरानी की जाती है। पायलटों को जमीन और पहाड़ पर सटीकता से हमला करने के लिए प्रशिक्षित किया जा रहा है। रक्षा सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार, यह अभ्यास अभी भी जारी है और इसमें लंबी दूरी के हमले मिशन, दुश्मन के ठिकानों पर हमला करने का अभ्यास और इलेक्ट्रॉनिक युद्ध से संबंधित गतिविधियां शामिल हैं। इस अभ्यास में पूर्वी क्षेत्र से महत्वपूर्ण सैन्य संसाधनों को मध्य क्षेत्र में तैनात किया गया है।
अत्याधुनिक तकनीक से लैस लड़ाकू विमान जमीनी हमले और इलेक्ट्रॉनिक युद्ध अभ्यास सहित युद्ध अभ्यास कर रहे हैं। इस अभ्यास में भारतीय वायुसेना के शीर्ष पायलट शामिल हैं, जो लंबी दूरी की उड़ानों में बमबारी का अभ्यास कर रहे हैं। आपको बता दें कि भारतीय वायुसेना के दो राफेल स्क्वाड्रन पंजाब के अंबाला और पश्चिम बंगाल के हासीमारा में तैनात किए गए हैं।