नई दिल्ली। मंगलवार, 22 अप्रैल को कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद पूरा देश गुस्से और शोक में है। इस हमले में 28 निर्दोष लोगों की जान चली गई, जबकि कई अन्य घायल हो गए, जिनका अस्पतालों में इलाज चल रहा है। अब आज, 23 अप्रैल को केंद्र सरकार ने पहलगाम हमले को लेकर सीसीएस की बैठक की, जिसमें कई बड़े फैसले लिए गए। भारत द्वारा पाकिस्तान के खिलाफ लिए गए बड़े फैसलों के बाद पाकिस्तान ने कल, 24 अप्रैल को राष्ट्रीय सुरक्षा समिति की बैठक बुलाई है। भारत सरकार ने कल पार्लियामेंट एनेक्सी में सर्वदलीय बैठक बुलाई है, जिसका नेतृत्व रक्षा मंत्री करेंगे। दूसरी ओर, आज जम्मू-कश्मीर सरकार की कैबिनेट बैठक हुई। जम्मू-कश्मीर विधानसभा का विशेष सत्र 28 अप्रैल को बुलाया जाएगा। जम्मू-कश्मीर पुलिस ने आतंकवादियों की सूचना देने पर 20 लाख रुपये का इनाम देने की घोषणा की है। केंद्र सरकार और सुरक्षा बलों द्वारा जवाबी कार्रवाई की तैयारी की जा रही है।
सीसीएस बैठक के बाद विदेश मंत्रालय द्वारा एक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की गई। जिसमें विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने कहा कि पहलगाम हमले को लेकर प्रधानमंत्री मोदी की अध्यक्षता में सीसीएस की बैठक हुई। जिसमें आतंकवादी हमले की निंदा की गई। आतंकवाद के प्रति जीरो टोलरेंस की नीति अपनाई जाएगी। इस हमले में 25 भारतीय और 1 नेपाली नागरिक मारे गए। इस आतंकवादी हमले की दुनियाभर में निंदा की गई है। विदेश सचिव ने सीसीएस बैठक में लिए गए निर्णय की जानकारी दी। जिसमें सभी पाकिस्तानियों के वीजा रद्द कर दिए गए हैं और पाकिस्तानी उच्चायुक्त को वापस पाकिस्तान भेज दिया जाएगा। इसके अलावा सिंधु जल संधि को भी स्थगित कर दिया गया है।
सीसीएस बैठक में 5 सबसे बड़े फैसले
1) सिंधु जल समझौता स्थगित
1960 की सिंधु जल संधि को निलंबित कर दिया है। यह तब तक स्थगित रहेगी, जब तक पाकिस्तान आतंकवाद का समर्थन करना बंद नहीं करेगा।
2) अटारी सीमा चेक पोस्ट बंद रहेगी
अटारी चेक पोस्ट को तत्काल प्रभाव से बंद कर दिया गया है। जो लोग कानूनी दस्तावेजों के साथ सीमा पार कर चुके हैं, उन्हें 1 मई से पहले वापस लौटने को कहा गया है।
3) सभी पाकिस्तानियों का वीजा रद्द होगा
सार्क देशों के वीजा छूट योजना के तहत पाकिस्तानी नागरिकों को भारत में प्रवेश की अनुमति नहीं दी जाएगी। पहले जारी किए गए सभी एसवीईएस वीजा रद्द कर दिए जाएंगे। एसवीईएस वीजा पर भारत में पहले से मौजूद पाकिस्तानी नागरिकों को 48 घंटे के भीतर भारत छोड़ना होगा।
4) भारत में पाकिस्तान उच्चायुक्त बंद
दिल्ली स्थित पाकिस्तानी उच्चायोग में तैनात रक्षा एवं सैन्य सलाहकारों को अवांछित व्यक्ति घोषित कर दिया गया है तथा उन्हें एक सप्ताह के भीतर भारत छोड़ने का आदेश दिया गया है। इस प्रकार, भारत इस्लामाबाद से अपने रक्षा सलाहकारों को वापस बुलाएगा। पांच ऐसे सहयोगी कर्मचारियों को भी वापस बुलाया जाएगा।
5) उच्च पदस्थ कार्मिकों की संख्या कम करने का निर्णय
दोनों उच्चायोगों में कर्मचारियों की संख्या 55 से घटाकर 30 करने का निर्णय लिया गया है और यह निर्णय 1 मई से लागू होगा।
प्रधानमंत्री मोदी की अध्यक्षता में सीसीएस की बैठक
पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के संबंध में प्रधानमंत्री आवास पर सुरक्षा मामलों की कैबिनेट समिति (सीसीएस) की बैठक हुई। यह बैठक लगभग ढाई घंटे तक चली। प्रधानमंत्री मोदी की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, विदेश मंत्री एस जयशंकर, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभाल मौजूद रहे। इस बैठक में कई बड़े निर्णय लिये गये।
उधर, गुजरात सरकार ने पहलगाम हमले में जान गंवाने वाले गुजराती पर्यटकों के परिवारों को 5 लाख रुपये की सहायता तथा घायल पर्यटकों को 50,000 रुपये की सहायता प्रदान करेगी। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने हमले पर कहा कि यह निंदनीय घटना है। हमले में मारे गए 6 लोगों के परिवारों को 5-5 लाख रुपये दिए जाएंगे। महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे जम्मू एवं कश्मीर में आतंकवादी हमले के बाद फंसे महाराष्ट्र के पर्यटकों को वापस लाने की प्रक्रिया में तेजी लाने के लिए श्रीनगर के लिए रवाना हो गए हैं। महाराष्ट्र के पर्यटकों के लिए आवश्यक सहायता सुनिश्चित की जाएगी।
पहलगाम हमले का बदला लिया जाएगा: मनोज सिन्हा
जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने आज बुधवार को सुरक्षा समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की। जिसमें उन्होंने कहा कि पहलगाम हमले का बदला लिया जाएगा। पहलगाम आतंकवादी हमले के लिए जिम्मेदार लोगों को न्याय के दायरे में लाने के लिए कल एक उच्च स्तरीय बैठक में गृह मंत्री अमित शाह द्वारा दिए गए निर्देशों को शीघ्रता से लागू किया जाना चाहिए। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत सरकार अपने नागरिकों की हत्या का बदला लेने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है और यह भी सुनिश्चित करेगी कि आतंकवाद का ऐसा कायराना कृत्य दोबारा न हो।
सुरक्षा बल कश्मीर में तलाशी अभियान चला रहे हैं। बारामूला में सुरक्षाबलों को बड़ी कामयाबी मिली है। इधर, सेना ने बारामूला जिले के उरी सेक्टर में नियंत्रण रेखा के पास घुसपैठ की कोशिश को नाकाम करते हुए दो आतंकियों को मार गिराया है। सुरक्षा बलों ने आतंकवादियों से दो राइफलों सहित बड़ी मात्रा में हथियार और उपकरण जब्त किए हैं। इस बीच सेना ने कुलगाम में भी आतंकियों को घेर लिया है। यहां आतंकवादियों और सेना के बीच मुठभेड़ चल रही है। मिली जानकारी के अनुसार यहां कुछ आतंकी छिपे हुए हैं, जिन्हें सेना ने चारों तरफ से घेर लिया है।