नर्मदा। नर्मदा जिले के डेडियापाड़ा से पूर्व विधायक और आदिवासी नेता छोटू वसावा के बेटे महेश वसावा ने भाजपा से नाता तोड़ लिया है। महेश वसावा भरूच जिला भाजपा के पूर्व अध्यक्ष मारुति सिंह अटोदरिया के मार्गदर्शन में भाजपा में शामिल हुए थे। उन्होंने आरोप लगाया है कि पार्टी में उनके साथ न्याय नहीं हो रहा था।
11 मार्च 2024 को भारतीय ट्राइबल पार्टी (बीटीपी) के प्रमुख महेश वसावा गांधीनगर स्थित भाजपा प्रदेश कार्यालय कमलम में भाजपा में शामिल हुए थे। नर्मदा और भरूच जिले के आदिवासी इलाकों में बीटीपी की अच्छी पकड़ है। महेश वसावा के भाजपा में शामिल होने से कई विवाद पैदा हुए थे। इस मामले पर वसावा परिवार भी विभाजित हो गया था। महेश वसावा के पिता छोटूभाई वसावा खुद बीटीपी पार्टी के संस्थापक हैं। जब महेश वसावा ने भाजपा में शामिल होने का फैसला किया तो उन्हें यह जानकर आश्चर्य हुआ। महेश वसावा से भाजपा में शामिल होने के बारे में सवाल किया गया तो उन्होंने बड़े गर्व के साथ कहा था कि अगर पूरी दुनिया भाजपा में शामिल हो रही है, तो मुझे भाजपा में शामिल होने पर क्या आपत्ति हो सकती है?” अब जब उन्होंने इस्तीफा दे दिया है तो उनसे सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि भाजपा में उनके काम को न्याय नहीं मिल रहा है।