कोलकाता। पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में आज शुक्रवार को एक बार फिर वक्फ एक्ट को लेकर हिंसा भड़क उठी। आरोप है कि भीड़ ने बम से भी हमला किया। सरकारी वाहनों में आग लगा दी गई। पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए आंसू गैस के गोले दागे। हालात बेकाबू होते देख बीएसएफ को भी तैनात कर दिया गया है।
निमटीटा रेलवे स्टेशन पर कुछ प्रदर्शनकारियों ने हिंसक प्रदर्शन किया और ट्रेन पर पथराव किया। हिंसा के कारण कई रेलगाड़ियों का मार्ग परिवर्तित कर दिया गया तथा दो रेलगाड़ियां रद्द कर दी गईं। रेलवे स्टेशन पर पथराव के कारण सात से दस पुलिसकर्मी घायल हो गए हैं। हिंसा और आगजनी को ध्यान में रखते हुए मुर्शिदाबाद के शमशेरगंज में बीएसएफ के जवानों को तैनात किया गया है। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने हिंसा को लेकर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर कड़ा हमला किया।
हिंसा के कारण धुलियानगंगा और निमटीटा रेलवे स्टेशनों के बीच ट्रेन सेवाएं बाधित हुईं। भारतीय रेलवे ने बताया कि न्यू फरक्का-अजीमगंज रेल खंड पर रेल सेवाएं बाधित हो गई हैं। लगभग 5,000 प्रदर्शनकारियों ने रेलवे पटरियों पर कब्जा कर लिया है। ये प्रदर्शनकारी एलसी. गेट संख्या 42 और 43 के पास बैठे हैं। 53029 अजीमगंज-भागलपुर पैसेंजर और 53435 कटवा-अजीमगंज पैसेंजर ट्रेनें रद्द कर दी गईं। जबकि पांच ट्रेनों का मार्ग परिवर्तित कर दिया गया। इनमें 13432 बालुरघाट-नबद्वीप धाम एक्सप्रेस, 15644 कामाख्या-पुरी एक्सप्रेस, 13141 सियालदह-न्यू अलीपुरद्वार तीस्ता तोरसा एक्सप्रेस, 05640 कोलकाता-सिलचर स्पेशल और 13465 हावड़ा-मालदा टाउन इंटरसिटी शामिल हैं। उल्लेखनीय है कि वक्फ संशोधन अधिनियम के विरोध में पिछले कुछ दिनों से मुर्शिदाबाद के कुछ इलाकों में हिंसा भड़की हुई है। जंगीपुर और सुती जैसे इलाकों में प्रदर्शनकारी पुलिस से सीधे भिड़ रहे हैं। शुक्रवार को सुती और शमशेरगंज इलाकों में हजारों लोगों ने जुलूस में भाग लिया। जब जुलूस ने साजू मोड़ क्षेत्र के पास राष्ट्रीय राजमार्ग-12 को अवरुद्ध करने की कोशिश की तो पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश की। आरोप है कि उस समय कुछ प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर बम फेंके और पथराव किया। कुछ पुलिस कर्मियों के साथ-साथ सड़क से गुजर रहे आम लोग भी घायल हो गए। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया और भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले दागे।