म्यांमार में 28 मार्च को आए विनाशकारी भूकंप में अब तक 2,056 लोग मारे गए हैं और 3,900 घायल हुए हैं, जबकि थाईलैंड में 7.7 तीव्रता के भूकंप में 17 लोग मारे गए हैं और 32 घायल हुए हैं तथा 83 लोग अभी भी लापता हैं। इस बीच बैंकॉक से सबसे चौंकाने वाला वीडियो वायरल हुआ, जिसमें एक 33 मंजिला इमारत ताश के पत्तों की तरह ढह गई। अब इमारत ढहने की घटना में एक चीनी कंपनी का हाथ होने का खुलासा हुआ है।
दरअसल, भूकंप के कारण बैंकॉक में एक 33 मंजिला निर्माणाधीन इमारत कुछ ही सेकंड में ढह गई। अब थाईलैंड सरकार ने इस मामले में एक चीनी समर्थित भवन निर्माण कंपनी के खिलाफ जांच शुरू कर दी है। यद्यपि बैंकॉक में कई ऊंची इमारतें हैं, लेकिन भूकंप में किसी अन्य इमारत को इतना नुकसान नहीं हुआ। ऐसा संदेह है कि निर्माण में कोई दोष था जिसके कारण इमारत ढह गई। यह परियोजना तीन वर्षों से चल रही थी और इसे थाईलैंड के राज्य लेखा परीक्षा कार्यालय द्वारा अनुमोदित किया गया था। भवन के निर्माण की लागत 45 मिलियन पाउंड से अधिक थी।
उप प्रधानमंत्री अनुतिन चर्नविराकुल ने उस स्थान का दौरा किया जहां इमारत ढही थी। उन्होंने कहा कि सरकार इस आपदा को बेहतर ढंग से समझने के लिए तुरंत जांच शुरू करेगी। चर्नविरकुलन ने कहा कि मैं एक जांच समिति नियुक्त कर रहा हूं। समिति इमारत के ढहने के कारणों की जांच करेगी और सात दिनों के भीतर हमें रिपोर्ट सौंपेगी।
एक चीनी नागरिक को ढही हुई इमारत से 32 दस्तावेज चुराने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। बैंकॉक के गवर्नर ने इस क्षेत्र को आपदा क्षेत्र घोषित कर दिया है तथा केवल अधिकृत कर्मियों को ही वहां प्रवेश की अनुमति है। मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, एसएओ भवन का निर्माण इटालियन-थाई डेवलपमेंट पीएलसी और चाइना रेलवे नंबर 10 (थाईलैंड) लिमिटेड, चाइना रेलवे नंबर 10 इंजीनियरिंग ग्रुप की सहायक कंपनी के बीच एक संयुक्त उद्यम द्वारा किया जा रहा था। इसमें चीनी कंपनी की 49 प्रतिशत हिस्सेदारी है।
बैंकॉक में 33 मंजिला इमारत ढहने के पीछे चीनी कनेक्शन, थाईलैंड सरकार ने शुरू की जांच
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