काठमांडू। नेपाल में ‘राजतंत्र’ स्थापित करने और हिंदू राज्य का दर्जा देने की मांग को लेकर भारी हंगामा शुरू हो गया है। काठमांडू में सुरक्षाकर्मियों और राजतंत्र समर्थकों के बीच हिंसक झड़पें हुईं, जिसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई। यहां लोग सड़कों पर उतर आए हैं और कई घरों में तोड़फोड़ की गई। इसके अलावा, प्रदर्शनकारी पत्थरबाजी कर रहे हैं, पुलिस ने भी आंसू गैस के गोले दागकर जवाब दिया है। कुछ दिन पहले नेपाल के राष्ट्रीय ध्वज के साथ पूर्व नरेश ज्ञानेंद्र वीर विक्रम शाह की तस्वीर लेकर व्यापक प्रदर्शन हुए थे।
पिछले कुछ दिनों में नेपाल में राजतंत्र की मांग फिर तेज हो गई है। कई लोग मांग कर रहे हैं कि नेपाल को फिर से हिंदू राष्ट्र घोषित किया जाए और ज्ञानेंद्र शाह को गद्दी पर बैठाया जाए। ऐसे में आज नेपाल में हर जगह हिंसा देखने को मिली। बेकाबू भीड़ ने कई इमारतों और वाहनों को आग लगा दी। बताया जा रहा है कि बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। जिसके बाद कई इलाकों में कर्फ्यू की घोषणा कर दी गई है और संवेदनशील इलाकों में सेना तैनात कर दी गई है। उल्लेखनीय है कि नेपाल में राजतंत्र आधिकारिक तौर पर 2008 में समाप्त हो गया था।
काठमांडू में हिंसा की भयावह स्थिति को देखते हुए काठमांडू हवाई अड्डे पर कई उड़ानों का मार्ग परिवर्तित कर दिया गया है तथा कुछ को रद्द कर दिया गया है। इन सभी विमानों को भारत में आपातकालीन लैंडिंग करने का निर्देश दिया गया है।
नेपाल में राजनीतिक अशांति के कारण गृह मंत्रालय ने सुरक्षा प्रमुखों की आपातकालीन बैठक बुलाई है। सूत्रों के अनुसार नेपाल सरकार हिंसा के लिए पूर्व नरेश को जिम्मेदार ठहरा सकती है।
वायरल वीडियो में प्रदर्शनकारी सुरक्षाकर्मियों पर पत्थर फेंकते नजर आ रहे हैं। दूसरी ओर, पत्थरबाजों को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले दागे जा रहे हैं। हालांकि, हिंसक झड़पों में अब तक किसी के मारे जाने या घायल होने की कोई खबर नहीं है।
नेपाल में हिन्दु राष्ट्र की मांग को हिंसा, घरों और वाहनों में आग लगाई, पथराव, कई इलाकों में कर्फ्यू
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