ढाका। पड़ोसी देश बांग्लादेश में हिंसा सहित अन्य घटनाओं के बाद पूरे देश में सेना और सुरक्षा बलों को तैनात किया गया है। खासकर राजधानी ढाका में भारी संख्या में सैनिकों को तैनात किया गया है, जिसके कारण सोशल मीडिया पर बांग्लादेश में सत्ता परिवर्तन की अफवाहें फैलने लगी हैं, जबकि अंतरिम सरकार के राष्ट्रपति मोहम्मद यूनुस और सेना प्रमुख वकार उज्जयिनी ने भी इस मुद्दे पर कोई प्रक्रिया नहीं दी है। बताया जा रहा है कि कथित घटनाओं के कारण यूनुस को लगातार विरोध का सामना करना पड़ रहा है, जिसके कारण सेना प्रमुख रडार पर हैं।
पड़ोसी देश में लगातार हो रही सैन्य बैठकों ने अफवाहों को और बढ़ा दिया है। कहा जा रहा है कि सेना प्रमुख को देश के राजनीतिक हालात के बारे में जरूरी जानकारी नहीं है। सेना प्रमुख ने देश में आतंकवादी हमलों के प्रति भी चेतावनी दी है। इसके साथ ही देश में सतर्कता और सुरक्षा बढ़ाने के भी आदेश दिए गए हैं।
पिछले सप्ताह सेना प्रमुख ने शीर्ष सहयोगियों के साथ बैठक की थी। इसके बाद राजनीतिक विश्लेषकों ने अनुमान लगाया कि सत्तारूढ़ दलों की टिप्पणियों के कारण सेना प्रमुख और सरकार के बीच मतभेद है। सूत्रों के अनुसार बैठक में देश में बढ़ते उग्रवाद के बीच सुरक्षा उपायों पर चर्चा की गई।
महत्वपूर्ण बात यह है कि छात्र संगठन आमा बांग्लादेश पार्टी के महासचिव असदुज्जमां फवाद ने आरोप लगाया है कि सेना प्रमुख राष्ट्रपति मोहम्मद शहाबुद्दीन के साथ मिलकर नई अंतरिम सरकार बनाने की साजिश कर रहे हैं। आप देख सकते हैं कि सेना प्रमुख कुछ तथाकथित बैठकें कर रहे हैं और नई साजिशों पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। वे इस बात पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं कि राष्ट्रपति के अधीन एक नई अंतरिम सरकार कैसे बनाई जाए। सेना प्रमुख राष्ट्रपति शेख हसीना के गुलाम हैं। यदि आप शहाबुद्दीन के साथ देश चलाने की कोशिश करेंगे तो लाखों अबू सईद अपनी जान दे देंगे और शिविर को उखाड़ फेंकेंगे। बांग्लादेश के साथ किसी विवाद में मत पड़ो।
बांग्लादेश में फिर उथल-पुथल की आशंका, सेना प्रमुख की बैठकों से मचा हड़कंप
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