मंुबई। अभिनेत्री और भाजपा सांसद हेमा मालिनी पुरी के प्रसिद्ध जगन्नाथ मंदिर में दर्शन गई थी, लेकिन उनके वहां जाने को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। एक स्थानीय संगठन ‘श्री जगन्नाथ सेना’ ने उनके मंदिर में दर्शन करने को अवैध करार देते हुए सिंहद्वार पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई है और आरोप लगाया है कि हेमा मालिनी ने मंदिर में प्रवेश करके धार्मिक नियमों का उल्लंघन किया है।
शिकायतकर्ताओं का दावा है कि हेमा मालिनी की शादी धर्मेंद्र के साथ मुस्लिम रीति-रिवाज के अनुसार हुई थी, इस वजह से उनका मंदिर में प्रवेश प्रतिबंधित होना चाहिए। संगठन का मानना है कि इससे हिंदू आस्था को ठेस पहुंची है। पुरी के जगन्नाथ मंदिर में केवल हिंदू धर्म के लोगा ही प्रवेश कर सकते हैं। यह नियम मंदिर प्रशासन द्वारा सख्ती से लागू किया जाता है। मंदिर के पुजारियों और धार्मिक संगठनों का मानना है कि जो व्यक्ति हिंदू धर्म से बाहर जाकर विवाह करता है या धर्म परिवर्तन करता है, उसे मंदिर में प्रवेश की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए।
हालांकि, हेमा मालिनी ने कभी सार्वजनिक रूप से इस्लाम धर्म अपनाने की पुष्टि नहीं की और वह खुद को हिंदू मानती हैं। उन्होंने कई धार्मिक अनुष्ठानों में भाग लिया है और हाल ही में प्रयागराज के महाकुंभ में भी डुबकी लगाई थी।
रिपोर्ट्स के अनुसार, धर्मेंद्र पहले से ही प्रकाश कौर से विवाहित थे और उनके चार बच्चे थे। हिंदू विवाह अधिनियम, 1955 के तहत दूसरी शादी तभी मान्य होती है जब पहली पत्नी से तलाक हो। इसी कारण धर्मेंद्र और हेमा मालिनी ने कथित रूप से इस्लाम धर्म अपना लिया और 21 अगस्त 1979 को मुंबई में मौलाना काजी अब्दुल्ला फैजाबादी द्वारा निकाह किया था। दोनों की शादी को लेकर कई बार विवाद सामने आ चुके हैं।