अहमदाबाद। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने पालनपुर में डिप्टी कलेक्टर, जूनागढ़ में अतिरिक्त सहायक अभियंता और खेरालु में डिप्टी तहसीलदार को रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया है। जानकारी के अनुसार पालनपुर में स्टाम्प ड्यूटी की डिप्टी कलेक्टर अंकिता ओझा को एसीबी ने रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। गांधीनगर से एसीबी की टीम क्लास वन अधिकारी को ट्रैप करने के लिए पालनपुर गई थी। डिप्टी कलेक्टर अंकिता ओझा के खिलाफ जमीन और मकान के लेन-देन में सरकारी चालान देने के बाद भी प्रमाण पत्र जारी करने में उत्पीड़न की शिकायतें मिली थीं। गांधीनगर एसीबी ने खुलासा किया है कि उन्हें 3 लाख रुपए रिश्वत लेते हुए पकड़ा गया। बनासकांठा में एसीबी ने डिप्टी कलेक्टर अंकिता ओझा और प्रभारी ओएस इमरान नागोरी को 3 लाख रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। डिप्टी कलेक्टर अंकिता ओझा पिछले बारह महीने से स्टाम्प ड्यूटी के लेन-देन को लेकर विवादों में रही हैं। एसीबी ने दोनों को हिरासत में लेकर कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है।
उधर, जूनागढ़ में सड़क और भवन विभाग (राज्य) के अतिरिक्त सहायक अभियंता (एसओ) मिलन गिरीशभाई भारखड़ा ने शिकायतकर्ता की कृषि भूमि पर निर्माण के लिए सड़क निर्माण-नियंत्रण रेखा के बारे में सूचना का सत्यापन किया और अपनी राय देने के लिए शिकायतकर्ता से 20,000 रुपये की रिश्वत की मांगी थी। शिकायतकर्ता रिश्वत नहीं देना चाहता था और अभियंता के खिलाफ जूनागढ़ एसीबी में शिकायत की। एसीबी की टीम ने अतिरिक्त सहायक अभियंता (एसओ) मिलन गिरीशभाई भारखड़ा को 18,000/- रुपए की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया। मेहसाणा जिले के तहसील खेरालू में स्थित तहसीलदार कार्यालय में आपूर्ति शाखा में उप तहसीलदार (श्रेणी-3) के पद पर कार्यरत धर्मेंद्र कुमार कन्हैयालाल मेहता को 10,000 रुपये रिश्वत लेते पकड़ा गया है। एसीबी को सूचना मिली थी कि उप तहसीलदार धर्मेंद्र कुमार कन्हैयालाल मेहता खेरालू तहसीलदार कार्यालय में सस्ते अनाज के लाइसेंसधारी व्यापारियों को परेशान कर रहा है तथा व्यापारियों से किश्तों में 1000 रुपए से 5000 रुपए प्रतिमाह तक की रिश्वत ले रहा है। डिप्टी तहसीलदार धर्मेंद्र कुमार कन्हैयालाल मेहता ने शिकायतकर्ता को परेशान करने से बचने के लिए रिश्वत की मांग की। एसीबी की टीम ने अधिकारियों के खिलाफ आगे की कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है।