अहमदाबाद। राजकोट अस्पताल की सीसीटीवी वायरल होने के मामले में क्राइम ब्रांच को बड़ी सफलता मिली है। अहमदाबाद क्राइम ब्रांच ने सीसीटीवी हैक कर बेचने के आरोप में तीन और आरोपियों को गिरफ्तार किया है। हैकर्स ने टेलीग्राम के जरिए सीसीटीवी हैक करना सीखा था। उन्होंने 9 महीनों में 50,000 से अधिक सीसीटीवी फुटेज एकत्र किए और इस फुटेज को टेलीग्राम चैनल पर बेचा। हालांकि, एक आरोपी अभी भी फरार है। जिनकी पुलिस तलाश कर रही है। क्राइम ब्रांच ने सीसीटीवी वीडियो मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों में दो महाराष्ट्र के सांगली और एक सूरत का है। पुलिस ने बताया कि सूरत के पारित धमेलिया ने राजकोट के पायल अस्पताल के सीसीटीवी कैमरे हैक किए थे, जबकि महाराष्ट्र के रेयान रॉबिन परेरा ने अस्पताल के सीसीटीवी कैमरे को हैक कर लिया और अपने टेलीग्राम आईडी पर वीडियो बेच दिया था। महाराष्ट्र के वैभव बंडू माने प्रज्वल ऑयल के साझेदार हैं और टेलीग्राम चैनल की मार्केटिंग करते हैं।
अहमदाबाद क्राइम ब्रांच के जांच अधिकारी ने बताया कि इन आरोपियों ने एक साल पहले टेलीग्राम के जरिए हैकिंग सीखी थी। इसके बाद उन्होंने सीसीटीवी हैक करना शुरू कर दिया। पिछले 9 महीनों में उन्होंने 50 हजार से ज्यादा सीसीटीवी कैमरे हैक किए हैं। इसके अलावा इन लोगों द्वारा हैकिंग के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले तरीके का भी खुलासा हुआ है। वे दो सॉफ्टवेयर और उपकरणों के माध्यम से इन लोगों का परीक्षण कर रहे थे और सीसीटीवी हैक करने के लिए उनका इस्तेमाल कर रहे थे। फिलहाल पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि इन लोगों ने और किन-किन जगहों से सीसीटीवी फुटेज हासिल की है। इसके अलावा पुलिस इन लोगों के एक अन्य दोस्त रोहित की भी जांच कर रही है।