राजकोट। राजकोट में सर्वजातीय सामूहिक विवाह का आयोजन करने वाले दिलीप गोहिल, दीपक हिरानी और मनीष विठ्ठलपारा को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। जबकि मुख्य आरोपी चंद्रेश छत्रोला अभी भी फरार है। राजकोट में सर्वजातीय सामूहिक विवाह के आयोजक चंद्रेश छत्रोला अपने वॉट्सएप स्टेटस में भवन अस्पताल में इलाज कराते हुए तस्वीरें पोस्ट की थी। चंद्रेश छत्रोला ने तबीयत खराब होने का बहाना करके सामूहिक विवाह का आयोजन रद्द कर दिया था।
जानकारी के अनुसार राजकोट में ऋषिवंशी समूह द्वारा 22 फरवरी को सर्वजातीय सामूहिक विवाह का आयोजन किया गया था। विवाह के लिए 28 जोड़ों ने पंजीकरण कराया। उन्होंने सामूहिक विवाह में भाग लेने के लिए 40 हजार रुपये जमा करवाए थे। सामूहिक विवाह 22 फरवरी यानी आज था। वर-कन्या के साथ परिवार के सदस्य जब आयोजन स्थल पर पहुंचे तो वहां कोई तैयारी नहीं थी। कार्यक्रम स्थल पर पहुंचने पर मेहमानों को पता चला कि शादी स्थगित कर दी गई है क्योंकि आयोजक नहीं आये। इसके बाद वर-कन्या पक्ष के लोगों ने राजकोट पुलिस में शिकायत की। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर सभी का विवाह सम्पन्न कराया।
घटना की गंभीरता को देखते हुए एसीपी राधिका भाराई ने बताया कि एसओजी पुलिस ने देर शाम तीन आरोपियों दीपक हिरानी, दिलीप गोहेल, मनीष विट्ठलपरा को गिरफ्तार कर लिया है तथा शेष तीन आरोपियों चंद्रेश छत्राला, दिलीप वरसंडा व हार्दिक शिशंगिया व उनके साथ 6 अन्य के खिलाफ धोखाधड़ी, षड्यंत्र आदि धाराओं के तहत मामला दर्ज कर शेष आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए जांच कर रही है। पता चला है कि आरोपी चंद्रेश छत्राला ने पहले भी सामूहिक विवाह के नाम पर धोखाधड़ी की है।