नई दिल्ली। केंद्र सरकार और किसान संगठनों के बीच चंडीगढ़ में हुई बैठक खत्म हो गई है। बैठक में केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान भी शामिल हुए। किसान नेताओं के साथ इस बैठक में केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल और प्रहलाद जोशी भी मौजूद रहे। उम्मीद जताई जा रही थी कि बैठक में किसान संगठनों की ओर से सरकार के साथ आम सहमति बन जाएगी। हालांकि, किसान संगठनों की केंद्र के साथ अगली बैठक 19 मार्च 2025 को होगी। पिछली बैठक चंडीगढ़ में हुई थी, जिसके बाद किसान नेता डल्लेवाल ने कहा था कि यह एक अच्छी बैठक थी और वे इस बैठक का इंतजार कर रहे हैं।
आंदोलनकारी किसानों और केंद्र के बीच शनिवार, 22 फरवरी शाम को बैठक हुई। जिसमें फसलों के लिए एमएसपी कानून की गारंटी समेत कुछ मांगों पर चर्चा की गई। केंद्रीय टीम और किसान नेताओं के बीच यह बैठक चंडीगढ़ स्थित महात्मा गांधी लोक प्रकाशन संस्थान में हुई। इससे पहले 14 फरवरी को एक बैठक आयोजित की गई थी। जिसमें केंद्रीय मंत्री प्रल्हाद जोशी ने कहा कि कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान 22 फरवरी को प्रदर्शनकारी किसानों के साथ बैठक के लिए केंद्रीय टीम का नेतृत्व करेंगे।
बैठक के बाद केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि बैठक सौहार्दपूर्ण माहौल में हुई। डल्लेवाल और पंढेर ने जो कहा उसे मैंने ध्यानपूर्वक सुना है। यह चर्चा जारी रहेगी और 19 मार्च को चंडीगढ़ में पुनः बैठक होगी। केवल एमएसपी पर चर्चा हुई। मुझे उम्मीद है कि अगली बैठक में कोई समाधान निकल आएगा।
बैठक से पहले किसान नेता सरवन सिंह पंढेर ने शनिवार को कहा कि संयुक्त किसान मोर्चा और किसान मजदूर मोर्चा का प्रतिनिधिमंडल सकारात्मक विचारों के साथ बैठक में भाग लेगा। किसानों को उम्मीद है कि सरकार जल्द ही उनकी समस्याओं का समाधान करेगी। किसानों ने मांग की थी कि अगली बैठक दिल्ली में आयोजित की जाए, लेकिन सरकार ने इसे चंडीगढ़ में आयोजित करने की बात कही।