नई दिल्ली। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के पूर्व गवर्नर शक्तिकांत दास को बड़ी जिम्मेदारी मिली है। शनिवार को उन्हें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का प्रधान सचिव नियुक्त किया गया। आरबीआई के गर्वनर के तौर पर उनका कार्यकाल इसी साल खत्म हुआ था। शक्तिकांत दास केंद्र सरकार के काफी विश्वासपात्र नौकरशाह माने जाते हैं। वे कई महत्वपूर्ण पदों पर काम कर चुके हैं। एक आधिकारिक आदेश के अनुसार, तमिलनाडु कैडर के सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी शक्तिकांत दास का कार्यकाल प्रधानमंत्री के कार्यकाल तक या अगले आदेश तक होगा। आदेश में कहा गया है कि मंत्रिमंडल की नियुक्ति समिति ने शक्तिकांत दास (आईएएस सेवानिवृत्त) को प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव-2 के रूप में नियुक्त करने की मंजूरी दी है। उनकी नियुक्ति पदभार ग्रहण करने की तारीख से प्रभावी होगी। शक्तिकांत दास प्रधान सचिव-2 के रूप में प्रमुख आर्थिक और वित्तीय मामलों में रणनीतिक सलाह देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। शक्तिकांत दास ने 2018 से 2023 तक आरबीआई गवर्नर के रूप में काम किया है। वह भारतीय रिजर्व बैंक के 25वें गवर्नर बने और उन्होंने भारत के जी20 शेरपा तथा 15वें वित्त आयोग के सदस्य के रूप में भी काम किया है। शक्तिकांत दास ने कोविड के दौरान देश की आर्थिक सुधार सहित वित्तीय चुनौतियों के माध्यम से भारत को आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।