नई दिल्ली। संभल में कुछ महीने पहले हुई हिंसा में दुबई कनेक्शन को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है। पता चला है कि दुबई स्थित हथियार सप्लायर और हवाला ऑपरेटर शारिक साठा ने संभल हिंसा में प्रमुख भूमिका निभाई थी। यह खुलासा गुलाम शाह ने किया, जिसे संभल पुलिस ने गिरफ्तार किया था। गुलाम शाह ने कहा है कि संभल में हिंसा फैलाने के लिए दुबई फोन लगाया गया था। 23 फरवरी को संभल से दुबई में बैठे शारिक साठा को कॉल की गई। संभल की स्थिति के बारे में जानकारी मिलने के बाद उनसे हथियार आपूर्ति करने को कहा गया था। इसके अलावा, उसके साथियों को संभल मस्जिद मामले में वकील की हत्या करने का आदेश दिया गया था।
शारिक साठा संभल इलाके का गुंडा है। उनके खिलाफ 50 से अधिक मामले दर्ज हैं। शरीक साठा के संबलपुर में कई गिरोह हैं। वह फर्जी पासपोर्ट के आधार पर दिल्ली से दुबई भाग गया था। साठा दाऊद इब्राहिम गिरोह से जुड़ा हुआ है। यह संभलपुर में हवाला के माध्यम से भी काले धन का हस्तांतरण करता है।
उत्तर प्रदेश के संभल में 24 फरवरी को हुई हिंसा को लेकर पुलिस ने गुरुवार को 400 पेज की चार्जशीट पेश की है। जिसमें बताया गया है कि शारिक साठा संभल हिंसा का मास्टर माइंड था। चार्जशीट में 79 आरोपियों के नाम हैं, सभी जेल में बंद हैं। पुलिस ने बताया कि इसके बाद सप्लीमेंट्री चार्जशीट भी दाखिल की जाएगी।
संभल के एसपी कृष्ण कुमार बिश्नोई ने बताया कि संभल हिंसा में शारिक साठा की संलिप्तता सामने आई है। पुलिस द्वारा जुटाए गए सबूतों के आधार पर हम कह सकते हैं कि उसने की पूरी साजिश रची थी।
शारिक साठा के आदमियों ने पुलिस और भीड़ पर गोलियां चलाई थीं। जिसके कारण कई लोगों की मौत हो गई थी। सर्वे अधिकारियों के साथ आए वकील विष्णु जैन को मारकर हिंसा भड़काना चाहते थे। उन्होंने पुलिस को बदनाम भी किया और हिंसा भड़काने का काम भी किया।
उत्तर प्रदेश के संभल में शाही जामा मस्जिद में 24 नवंबर 2024 को एएसआई द्वारा अदालत के आदेश पर किए गए पुरातात्विक सर्वे के दौरान हिंसा भड़क उठी थी। इसमें पांच लोगों की मौत हो गई। 12 से अधिक सुरक्षाकर्मी भी घायल हो गये। दावा किया जा रहा है कि यह जामा मस्जिद एक मंदिर को तोड़कर बनाई गई थी। इसकी जांच के लिए सर्वे किया गया था।