ढाका। बांग्लादेश में मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार के विदेश मामलों के सलाहकार तौहीद हुसैन ने भारत और पाकिस्तान के साथ तनावपूर्ण संबंधों को लेकर अहम बयान दिया है। उन्होंने बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों के खिलाफ हिंसा पर भी प्रतिक्रिया दी है। एक साक्षात्कार में उन्होंने शेख हसीना की सरकार के पतन के बाद बांग्लादेश में हुए राजनीतिक उथल-पुथल पर चर्चा की। इस दौरान उन्होंने कहा कि ढाका की ओर से ऐसा कोई कदम नहीं उठाया जाएगा जो भारत के खिलाफ हो। ओमान में भारतीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर और तौहीद हुसैन के बीच बैठक हुई। तौहीद हुसैन ने भारतीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर के साथ बैठक के बारे में कहा कि दोनों देशों के बीच अच्छे संबंध होना महत्वपूर्ण है। जयशंकर के साथ मेरी बैठक अच्छी रही। दोनों देशों के बीच व्यापार बढ़ रहा है। मेरा मानना है कि बांग्लादेश और भारत के बीच पारस्परिक रूप से लाभकारी संबंधों की आवश्यकता है। हम इस पर लगातार काम कर रहे हैं।
पाकिस्तान के साथ बांग्लादेश के संबंधों के बारे में तौहीद हुसैन ने कहा कि वीजा प्रणाली के कारण पाकिस्तान को अलग रखा गया था। हम पाकिस्तान को एक अन्य देश के रूप में ही देखते हैं। पाकिस्तान की एक साधारण यात्रा पर भी हंगामा खड़ा करना उचित नहीं है। हम अन्य देशों की तरह संबंधों को सामान्य बना रहे हैं। इसमें पाकिस्तान भी शामिल है। पाकिस्तान के साथ संबंधों के कारण भारत की सुरक्षा को कोई खतरा नहीं होगा।
ढाका में शेख मुजीबुर रहमान के घर पर हुए हमले के बारे में हुसैन ने कहा कि मैं इसे वास्तविक कृत्य नहीं मानूंगा, लेकिन इसका कारण शेख हसीना द्वारा दिया गया बयान है। मैं चाहता हूं कि हसीना चुप रहें। मैं यह भी स्पष्ट करना चाहता हूं कि बांग्लादेश की पहचान कोई एक इमारत नहीं है। बांग्लादेश में आगामी चुनावों के बारे में उन्होंने कहा कि देश की राजनीति में बदलाव आया है। हम कुछ सुधारों से गुजर रहे हैं। हमारा इरादा सुधारों को लागू करने के बाद चुनाव कराने का है। हमें उम्मीद है कि यह बहुत जल्द होगा।
जयशंकर के साथ बैठक के बाद बांग्लादेश के विदेश सलाहकार ने कहा- भारत को कोई खतरा नहीं होने देंगे
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