वॉशिंगटन। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अमेरिका दौरे पर दुनिया भर की नजरें टिकी हैं। पीएम मोदी और राष्ट्रपति ट्रंप के साझा प्रेसवार्ता में सीमा-पार आतंकवाद को लेकर भी बड़ी घोषणा की गई है। इससे पाकिस्तान मिर्ची लग गई है। पीएम मोदी और ट्रंप ने कहा कि भारत और अमेरिका पहले से कहीं ज्यादा मजबूती से एक साथ काम करेंगे ताकि कट्टरपंथी इस्लामी आतंकवाद से निपटा जा सके। इस दौरान पीएम मोदी और डोनाल्ड ट्रंप ने अपने संयुक्त बयान में पाकिस्तान से यह सुनिश्चित करने का आह्वान किया कि उसकी भूमि का इस्तेमाल सीमा पार आतंकवादी हमलों को अंजाम देने के लिए न किया जाए।
दोनों नेताओं के बयान पर पाकिस्तान बौखला गया है। पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि भारत-अमेरिका संयुक्त बयान में पाकिस्तान का उल्लेख एकतरफा, भ्रामक और कूटनीतिक मानदंडों के विपरीत है। मामले में पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता शफकत अली खान ने कहा कि पाकिस्तान अपने बलिदानों को स्वीकार किए बिना इस तरह की टिप्पणियों को शामिल करने से हैरान है।
इसी बीच ट्रंप ने भारत को एफ-35 लड़ाकू विमान की पेशकश भी की। प्रधानमंत्री मोदी और डोनाल्ड ट्रंप की मुलाकात के बाद से चीन का टेंशन बढ़ गया है। चीन ने कहा कि दोनों नेताओं की मुलाकात से किसी तीसरे पक्ष को नुकसान नहीं पहुंचना चाहिए। प्रधानमंत्री मोदी और ट्रम्प के बीच बैठक पर सतर्कतापूर्वक प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए बीजिंग ने शुक्रवार को कहा कि उनके द्विपक्षीय सहयोग में चीन को मुद्दा नहीं बनाया जाना चाहिए।
वाशिंगटन में मोदी-ट्रम्प बैठक पर कड़ी नजर रखते हुए चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गुओ जियाकुन ने कहा कि एशिया-प्रशांत शांतिपूर्ण विकास का केंद्र है, न कि भू-राजनीतिक प्रतिस्पर्धा का क्षेत्र। बातचीत में कई मुद्दों पर चर्चा हुई, जिनमें रक्षा सहयोग को मजबूत करना और इस बात की पुष्टि करना शामिल था कि संयुक्त राज्य अमेरिका और भारत के बीच घनिष्ठ साझेदारी एक मुक्त, शांतिपूर्ण और समृद्ध हिंद-प्रशांत क्षेत्र का केंद्र है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच व्हाइट हाउस में हुई बैठक में कई अहम फैसले लिए गए। अमेरिका से आयातित बॉर्बन व्हिस्की के लिए भी निर्णय लिया गया है। भारत ने बॉर्बन व्हिस्की पर टैरिफ 150 प्रतिशत से घटाकर 100 प्रतिशत कर दिया है।
आतंकवाद के खिलाफ और मजबूती से लड़ेंगे भारत-अमेरिका; तिलमिलाया पाकिस्तान, चीन ने कहा- तीसरे पक्ष को नुकसान नहीं होना चाहिए
RELATED ARTICLES