वाॅशिंगटन। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी दो दिवसीय अमेरिका दौरे पर हैं। पीएम मोदी ने आज वाॅशिंगटन डीसी में स्थित व्हाइट हाउस में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प से मुलाकात की। दोनों वैश्विक नेताओं के बीच द्विपक्षीय बैठक हुई। द्विपक्षीय बैठक के बाद दोनों नेताओं की संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की गई। जिसमें प्रधानमंत्री मोदी ने कहा- हम 2030 तक भारत-अमेरिका व्यापार को दोगुना कर देंगे। नये लक्ष्य प्राप्त करने का दृढ़ संकल्प। हम आतंकवाद से मिलकर लड़ेंगे। मानव तस्करी के खिलाफ हमारी लड़ाई जारी रहेगी। पीएम मोदी ने कहा कि जो अवैध अप्रवासी भारतीय नागरिक हैं भारत उन सभी लोगों को वापस लेगा। इस बीच, प्रधानमंत्री मोदी ने डोनाल्ड ट्रंप को भारत आने का निमंत्रण दिया है।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस की शुरुआत अपनी भारत यात्रा और प्रधानमंत्री मोदी के आतिथ्य को याद करके की। दोनों देशों को आर्थिक रूप से मजबूत करने के लिए एक रूपरेखा की घोषणा। उन्होंने कहा कि इस वर्ष अरबों डॉलर मूल्य की अधिक रक्षा बिक्री शुरू हो रही है। क्वाड और हिंद-प्रशांत को मजबूत किया जाएगा। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा कि मुझे यह घोषणा करते हुए खुशी हो रही है कि मेरे प्रशासन ने 2008 के मुंबई आतंकवादी हमलों के मास्टरमाइंडों में से एक तहव्वुर राणा के भारत में न्याय का सामना करने के लिए प्रत्यर्पण को मंजूरी दे दी है। वह न्याय का सामना करने के लिए भारत लौट रहे हैं। हम इस्लामी आतंकवाद से लड़ेंगे।
टैरिफ के संबंध में डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने अभी-अभी भारत के अनुचित टैरिफ में कमी की घोषणा की है। भारत के साथ अमेरिका का व्यापार घाटा लगभग 100 बिलियन डॉलर है, और प्रधानमंत्री मोदी और मैं इस बात पर सहमत हैं कि हम दीर्घकालिक असंतुलन को दूर करने के लिए बातचीत करेंगे, जिसे पिछले चार वर्षों में दूर किया जाना चाहिए था। हम वास्तव में समान अवसर चाहते हैं, जिसके हम हकदार हैं।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा कि हम तेल और गैस, एलएनजी की बिक्री से घाटे के अंतर को बहुत आसानी से पूरा कर सकते हैं। प्रधानमंत्री मोदी और मैंने एक महत्वपूर्ण ऊर्जा समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं जो अमेरिका को भारत के लिए तेल और गैस के प्रमुख आपूर्तिकर्ता के रूप में पुनः स्थापित करेगा।
इसके अलावा अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि मैं प्रधानमंत्री मोदी का व्हाइट हाउस में स्वागत करने के लिए उत्साहित हूं। हमने यहां और भारत में काफी समय बिताया है। मैंने पांच साल पहले आपके खूबसूरत देश की यात्रा की थी। यह एक अविश्वसनीय समय था। विश्व के सबसे पुराने और सबसे बड़े लोकतंत्र अमेरिका और भारत के बीच विशेष संबंध हैं। आज प्रधानमंत्री मोदी और मैं संबंधों को और मजबूत करने के लिए एक रूपरेखा की घोषणा कर रहे हैं।
संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि हम आतंकवाद से लड़ने में सहयोग करेंगे। सीमापार आतंकवाद के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जरूरत है। मैं 26/11 के आतंकवादी तहव्वुर राणा के प्रत्यर्पण का निर्णय लेने के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प का आभारी हूं। हमारी अदालतें उसे न्याय के कटघरे में लायेंगी।
पीएम मोदी ने कहा कि भारत की रक्षा तैयारियों में अमेरिका की अहम भूमिका है। रणनीतिक और विश्वसनीय साझेदार के रूप में, हम सक्रिय रूप से संयुक्त विकास, संयुक्त उत्पादन और प्रौद्योगिकी हस्तांतरण के लिए प्रयास कर रहे हैं। आज हम ट्रस्ट पर सहमत हुए, जिसका अर्थ है रणनीतिक प्रौद्योगिकी का उपयोग करके रिश्तों में बदलाव लाना। इसके तहत महत्वपूर्ण खनिजों, उन्नत सामग्रियों और फार्मास्यूटिकल्स की मजबूत आपूर्ति श्रृंखला बनाने पर जोर दिया जाएगा। भारत और अमेरिका के बीच साझेदारी लोकतंत्र और लोकतांत्रिक मूल्यों एवं प्रथाओं को मजबूत करती है। हम हिंद-प्रशांत क्षेत्र में शांति, स्थिरता और समृद्धि को बढ़ावा देने के लिए मिलकर काम करेंगे। इसमें क्वाड की विशेष भूमिका होगी। भारत और अमेरिका आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में मजबूती से एक साथ खड़े हैं। हम इस बात पर सहमत हैं कि सीमापार आतंकवाद को समाप्त करने के लिए ठोस कार्रवाई की आवश्यकता है।
साझा बयान में पीएम मोदी ने कहा- जाे अवैध अप्रवासी भारतीय नागरिक हैं हम उन्हें वापस लेंगे
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