अयोध्या। भाजपा ने दिल्ली विधानसभा के साथ उत्तर प्रदेश के मिल्कीपुर में हुए विधानसभा उपचुनाव में बड़ी जीत हासिल की है। भाजपा ने लोकसभा चुनाव में हुई हार का बदला मिल्कीपुर में ले लिया। मिल्कीपुर में भाजपा प्रत्यासी चंद्रभानु पासवान ने सपा उम्मीदवार अजीत प्रसाद को 61,710 वोटों से हरा दिया। चंद्रभानु पासवान को 1,46,397 जबकि सपा के अजीत प्रसाद को 84,687 वोट मिले हैं। मिल्कीपुर सीट पर 10 उम्मीदवार मैदान में थे। मुख्य मुकाबला भाजपा उम्मीदवार चंद्रभानु पासवान और समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार अजीत प्रसाद के बीच था। अजीत प्रसाद इस सीट से पूर्व विधायक रह चुके अवधेश प्रसाद के बेटे हैं। मिल्कीपुर सुरक्षित विधानसभा सीट प्रदेश की सत्तारूढ़ पार्टी और मुख्य विपक्षी दल समाजवादी पार्टी के लिए इज्जत की लड़ाई बन चुकी थी। भाजपा ने मिल्कीपुर सीट पर नौ मंत्रियों और पार्टी के 40 विधायकों को तैनात किया था और इन नेताओं ने नवंबर से ही मिल्कीपुर में काम करना शुरू कर दिया था। भाजपा के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र चौधरी समेत नेताओं ने प्रचार किया था, जबकि सपा उम्मीदवार के लिए पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव, उनकी पत्नी और सांसद डिंपल यादव समेत नेताओं ने पूरी ताकत झोंक दी थी।
मिल्कीपुर विधानसभा इसलिए भी महत्वपूर्ण हैं क्योंकि यह फैजाबाद (अयोध्या) लोकसभा क्षेत्र का हिस्सा है। लोकसभा चुनाव में जब भाजपा को फैजाबाद (अयोध्या) सीट पर हार का सामना करना पड़ा तो यह पूरे देश में चर्चा का विषय बन गया था। राम मंदिर निर्माण के बाद इस सीट पर भाजपा की हार अप्रत्याशित मानी जा रही थी। इस सीट पर सपा उम्मीदवार अवधेश प्रसाद विजयी हुए थे।
पिछले साल उत्तर प्रदेश की 9 विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव में एनडीए गठबंधन ने 7 सीटें जीती थीं। हालांकि, 2 सीटें समाजवादी पार्टी ने जीतीं। भाजपा ने इन 7 सीटों में से 6 पर जीत हासिल की, एक सीट उसके सहयोगी राष्ट्रीय लोक दल (आरएलडी) के उम्मीदवार को मिली।