नई दिल्ली। दिल्ली विधानसभा चुनाव में भाजपा को भारी बहुमत से जीत मिली है और आम आदमी पार्टी को करारी हार का सामना करना पड़ा है। चुनाव आयोग ने दिल्ली विधानसभा चुनाव नतीजों के संबंध में आधिकारिक आंकड़े जारी कर दिए हैं। 70 सीटों में से भाजपा को 48 और आप को 22 सीटें मिलीं हैं। भाजपा को पिछली बार से इस बार 40 सीटें ज्यादा मिली हैं, वहीं आम आदमी पार्टी को 40 सीटों का नुकसान हुआ है। 2020 के विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी को 62 और भाजपा को 8 सीटें मिली थी। वहीं, लगातार तीसरी बार कांग्रेस दिल्ली विधानसभा चुनाव में अपना खाता भी नहीं खोल पाई। हालांकि, आम आदमी पार्टी का दिल्ली में लगातार चौथी बार सरकार बनाने का सपना चकनाचूर हो गया।
दिल्ली में 1993 में भाजपा ने 49 सीटें जीतीं थी। 5 साल की सरकार में मदन लाल खुराना, साहिब सिंह वर्मा और सुषमा स्वराज को मुख्यमंत्री बनाया गया था। 1998 के बाद कांग्रेस ने 15 वर्षों तक शासन किया। इसके बाद 2013 से आम आदमी पार्टी की सरकार रही। जबकि इस बार भाजपा ने 71% की स्ट्राइक रेट के साथ अपनी सीटों में 40 की बढ़ोतरी की है। भाजपा ने 68 सीटों पर चुनाव लड़ा और उनमें से 48 पर जीत हासिल की है। दूसरी ओर, आप को 40 सीटों का नुकसान हुआ है। आप का स्ट्राइक रेट 31% रहा।
दिल्ली में भाजपा की जीत पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बधाई दी और सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए कहा- जनता की शक्ति सर्वोच्च है, विकास की जीत हुई है, सुशासन की जीत हुई है। दिल्ली में भाजपा को ऐतिहासिक विजय दिलाने के लिए सभी दिल्लीवासियों को मेरी ओर से सलाम और बधाई। आपने जो अटूट विश्वास और स्नेह बरसाया है। उस के लिए धन्यवाद। हम दिल्ली के चारों ओर विकास करने और यहां के लोगों के जीवन को बेहतर बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे। यह हमारी गारंटी है, हम यह सुनिश्चित करेंगे कि विकसित भारत के निर्माण में दिल्ली महत्वपूर्ण भूमिका निभाए। मुझे सभी भाजपा कार्यकर्ताओं पर गर्व है। जिन्होंने इस विशाल जनादेश के लिए दिन-रात एक कर दिया। अब हम दिल्ली की जनता की सेवा के लिए और अधिक मजबूती से समर्पित होंगे।