वॉशिंगटन। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के आदेश के बाद अमेरिका ने अवैध अप्रवासियों को बाहर निकालना शुरू कर दिया है। सोमवार को एक अमेरिकी सैन्य विमान अमेरिका से प्रवासियों को लेकर भारत के लिए रवाना हुआ।
समाचार एजेंसी रॉयटर्स के अनुसार, सी-17 सैन्य विमान पर्यटकों को लेकर रवाना हो गया है। अमेरिका में अवैध रूप से रह रहे 205 अप्रवासियों के एक समूह को अमेरिकी सैन्य विमान द्वारा भारत लाया जा रहा है। अभी तक अमेरिका द्वारा अवैध अप्रवासियों को निर्वासित किया जा रहा था, लेकिन अब भारत के अवैध अप्रवासियों पर भी कार्रवाई शुरू हो गई है।
राष्ट्रपति ट्रम्प के व्हाइट हाउस लौटने के बाद यह भारत में पहला निर्वासन है। ट्रम्प ने भारतीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और विदेश मंत्री एस जयशंकर के साथ अमेरिका में भारतीय अवैध प्रवासियों के मुद्दे पर चर्चा की थी। इससे पहले भारत ने अवैध अप्रवासियों को वापस लेने पर सहमति जताई थी और करीब 18,000 अवैध अप्रवासियों को वापस लेने की बात कही थी।
ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के अनुसार, भारत और अमेरिका ने लगभग 18,000 भारतीय प्रवासियों की पहचान की है जो अवैध रूप से अमेरिका में रह रहे हैं। अमेरिका द्वारा जारी किये गये अधिकतर एच-1बी वीजा भारतीयों को दिये गये हैं। ट्रम्प ने अपने चुनाव अभियान के दौरान कहा था कि जब मैं दोबारा निर्वाचित होऊंगा, तो हम अमेरिकी इतिहास का सबसे बड़ा निर्वासन अभियान शुरू करेंगे।
ट्रम्प प्रशासन ने अवैध अप्रवासियों के खिलाफ इस अभियान में अमेरिकी सेना की मदद भी मांगी है। इसके लिए अमेरिका-मैक्सिको सीमा पर अतिरिक्त सैनिकों को तैनात किया गया है तथा प्रवासियों को ठहराने के लिए सैन्य ठिकानों का उपयोग किया जा रहा है। अवैध आप्रवासियों को वापस भेजने के लिए सैन्य विमानों का उपयोग किया जा रहा है। इसके तहत प्रवासियों को ग्वाटेमाला, पेरू और होंडुरास जैसे देशों में भेजा गया है। रिपोर्ट के अनुसार भारत वह सबसे दूर का स्थान है जहां निर्वासन विमान आएगा।
अमेरिका ने अवैध भारतीयों प्रवासियों को वापस भेजना शुरू किया, सेना का विमान 205 लोगों को लेकर रवाना
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