अहमदाबाद। 2002 के गुजरात दंगों की पीड़िता जाकिया जाफरी का निधन हो गया। जाकिया जाफरी पूर्व कांग्रेस सांसद एहसान जाफरी की पत्नी थीं। एहसान जाफरी की 2002 के गुजरात दंगों के दौरान गुलबर्ग हाउसिंग सोसाइटी में 68 अन्य लोगों के साथ हत्या कर दी गई थी। जाकिया जाफरी ने दंगों के पीछे एक बड़ी साजिश का आरोप लगाते हुए शीर्ष अधिकारियों के खिलाफ जांच की मांग को लेकर कानूनी लड़ाई लड़ी थी। जानकारी के अनुसार जाकिया जाफरी का 86 वर्ष की उम्र में उम्र संबंधी समस्याओं के कारण निधन हो गया है। उन्होंने अहमदाबाद में अंतिम सांस ली। 2006 से गुजरात सरकार के खिलाफ लंबी कानूनी लड़ाई लड़ने के बाद वह पीड़ितो के लिए न्याय की लड़ाई का चेहरा बन गई थी।
जाकिया जाफरी के बेटे तनवीर जाफरी ने कहा, ‘मेरी मां अहमदाबाद में मेरी बहन के घर गई थीं। वह अपनी सुबह की दिनचर्या पूरी कर चुकी थी और अपने परिवार के सदस्यों के साथ सामान्य रूप से बातचीत कर रही थी। इस दौरान उन्हें घबराहट होने लगी और डॉक्टर को बुलाया गया। इलाज के दौरान सुबह करीब साढ़े ग्यारह बजे डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।