नई दिल्ली। संसद में आज से बजट सत्र शुरू हो गया। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने संसद के दोनों सदनों लोकसभा और राज्यसभा की संयुक्त बैठक को संबोधित किया। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने अपने अभिभाषण में सरकारी योजनाओं की सफलता और देश के विकास कार्यों का उल्लेख किया। साथ ही उन्होंने प्रयागराज महाकुंभ हादसे का भी जिक्र किया। राष्ट्रपति द्राैपदी मुर्मु ने संयुक्त बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि महाकुंभ भारत की सांस्कृतिक परंपरा और सामाजिक चेतना का पर्व है। उन्होंने कहा कि इस समय महाकुंभ का ऐतिहासिक पर्व चल रहा है। यह भारत की सांस्कृतिक परंपरा और सामाजिक चेतना का पर्व है। करोड़ों लोग स्नान कर चुके हैं। मौनी अमवस्या के दिन हुए हादसे पर दुख व्यक्त करती हूं।
राष्ट्रपति ने कहा कि आजादी के बाद उपेक्षित दलितों, वंचितों और आदिवासी समुदायों को आज लाभ मिल रहा है। देशभर में 770 से ज्यादा एकलव्य मॉडल स्कूलों में शिक्षा दी जा रही है, आदिवासी बहुल इलाकों में 30 नए मेडिकल कॉलेज खोले गए हैं और सिकलसेल से जुड़ी समस्याओं पर भी ध्यान दिया जा रहा है। विरासत को संरक्षित करने के लिए इस वर्ष भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती को जनजातीय गौरव वर्ष के रूप में मनाया गया। मेरी सरकार ने पूर्वोत्तर के लोगों के दिलों से भेदभाव की भावना को खत्म कर दिया है।
बजट सत्र को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा कि हमारी सरकार मध्यम वर्ग के अपने घर के सपने को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध है। मध्यम वर्ग को गृह ऋण सब्सिडी प्रदान की गई है।
राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा कि युवाओं को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराए गए हैं। पिछले दो वर्षों में सरकार ने दो लाख स्थायी नौकरियां उपलब्ध कराई हैं। 2.5 करोड़ लोगों को गरीबी से बाहर निकाला गया है। यहां डेढ़ लाख से ज्यादा स्टार्टअप हैं। जो नवाचार के साथ उभर रहे हैं। अंतरिक्ष क्षेत्र में 1000 करोड़ रुपये की लागत से उद्यम पूंजी शुरू की गई है। भारत को वैश्विक नवाचार का पावरहाउस बनाने के संकल्प को पूरा करने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। विज्ञान एवं नवाचार क्षेत्र को 10,000 करोड़ रुपये की लागत से बढ़ावा दिया गया है। भारत ने एआई मिशन लॉन्च किया है। जब बात डिजिटल नवाचार और एआई की आती है तो भारत दुनिया में एक उभरता हुआ देश है।
बजट सत्र के पहले दिन आर्थिक सर्वेक्षण प्रस्तुत किया जाएगा। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा प्रस्तुत किया जाने वाला आर्थिक सर्वेक्षण 2024-25, आर्थिक सलाहकार वी. अनंत नागेश्वरन के नेतृत्व वाली एक टीम द्वारा तैयार किया गया है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण अपना लगातार आठवां बजट पेश करेंगी। पिछले ढाई-तीन दशक में यह पहली बार होगा जब कोई वित्त मंत्री लगातार आठवीं बार बजट पेश करेगा। निर्मला से पहले अरुण जेटली पांच साल तक वित्त मंत्री रहे, लेकिन खराब स्वास्थ्य के कारण वह भी एक बार बजट पेश नहीं कर पाए थे।
पीएम मोदी ने कहा कि देश की जनता ने मुझे तीसरी बार यह महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपी है और यह तीसरे कार्यकाल का पहला पूर्ण बजट है। मिशन मोड में काम करने की अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि हमारा उद्देश्य नारी शक्ति की गरिमा को स्थापित करना है। यह सत्र विकसित भारत को नई ऊर्जा देगा। भारत की ताकत उसे लोकतांत्रिक दुनिया में एक विशेष स्थान दिलाती है। मैं विश्वास के साथ कह सकता हूं कि 2047 में जब देश अपनी आजादी की 100वीं वर्षगांठ मनाएगा, तब विकसित भारत का देश का संकल्प पूरा होगा और यह बजट एक नया आत्मविश्वास पैदा करेगा।