नई दिल्ली। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण कल, 1 फरवरी, 2025 को अपना आठवां आम बजट पेश कर नया इतिहास रचेंगी। यह मोदी सरकार 3.0 का पहला पूर्ण बजट है।
बजट से मंदी और महंगाई की मार झेल रहे मध्यम वर्ग, किसानों और कॉरपोरेट जगत की उम्मीदें और अपेक्षाएं जुड़ी होंगी। वित्त मंत्री के रूप में यह निर्मला सीतारमण का आठवां बजट होगा, जिसमें उनके द्वारा अब तक पेश किए गए दो अंतरिम बजट भी शामिल हैं।
देश का हर नागरिक उत्सुकता से इंतजार कर रहा है कि वित्त मंत्री जरूरतमंदों के लिए क्या लेकर आएंगी? नौकरीपेशा वर्ग भी कर राहत की मांग कर रहा है। कृषि और श्रम रोजगार क्षेत्र में भी सकारात्मक निर्णय की उम्मीद है।
वित्त मंत्री वित्तीय वर्ष 2025-26 के बजट में राजकोषीय घाटे को कम करने और आर्थिक वृद्धि को बनाए रखने के लिए कुछ कड़े फैसले भी ले सकती हैं। कृषि क्षेत्र में भी राहत पैकेज और सब्सिडी की घोषणा की जा सकती है। किसानों को बीज और खाद जैसी कृषि संबंधी जरूरतों को पूरा करने के लिए साल में तीन किस्तों में दी जाने वाली किसान सम्मान निधि की राशि भी बढ़ाई जा सकती है। बजट में सरकार को अर्थव्यवस्था की मजबूती के साथ लोगों की जरूरतों और उम्मीदों में संतुलन बनाना होगा।