नई दिल्ली। विदेश सचिव विक्रम मिस्त्री की 26 और 27 जनवरी की दो दिवसीय चीन यात्रा के बाद बड़ी खुशखबरी सामने आई है। विदेश मंत्रालय ने बड़ा ऐलान करते हुए कहा कि कैलाश मानसरोवर यात्रा 2025 के ग्रीष्मकाल में फिर से शुरू होगी। इसके अलावा दोनों देशों में बहने वाली नदियों के आंकड़े भी साझा किए जाएंगे और विशेषज्ञों के साथ बैठकें भी की जाएंगी। यह भी घोषणा की गई है कि दोनों देशों के बीच सीधी उड़ान सुविधा शुरू करने के लिए सैद्धांतिक सहमति पर शीघ्र ही बातचीत होगी।
भारत और चीन के विदेश सचिवों और उप विदेश मंत्रियों के बीच बीजिंग, चीन में बैठक आयोजित की गई। इसके बाद यह निर्णय लिया गया है कि ग्रीष्मकाल में कैलाश-मानसरोवर यात्रा पुनः शुरू की जाएगी। विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा है कि इस यात्रा को शुरू करने के नियमों पर चर्चा की जाएगी।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच अक्टूबर में कजान में हुई बैठक में बनी सहमति को ध्यान में रखते हुए दोनों देशों ने भारत-चीन द्विपक्षीय संबंधों की स्थिति की समीक्षा की और संबंधों को स्थिर बनाए रखने के लिए यह निर्णय लेने पर सहमति व्यक्त की। ऐसे में कैलाश मानसरोवर यात्रा शुरू करना एक बड़ा कदम माना जा रहा है। इस निर्णय के अनुसार तिब्बत में कैलाश पर्वत और मानसरोवर की तीर्थयात्रा भी शामिल है।
साल 2020 में कोरोना के कारण तीर्थयात्रा स्थगित कर दी गई थी। कोरोना के बाद बीजिंग और नई दिल्ली के बीच तनावपूर्ण संबंधों के कारण चीन ने नई व्यवस्था की पहल नहीं की। इसके बाद गलवान घाटी में भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच झड़प से स्थिति और बिगड़ गई थी।