नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर के लिए वंदे भारत एक्सप्रेस का इंतजार खत्म हो गया। इस ट्रेन का ट्रायल पूरा हो चुका है और यह दुनिया के सबसे ऊंचे पुल के ऊपर से सफलतापूर्वक गुजर चुकी है। इस ट्रेन को विशेष रूप से इस क्षेत्र के ठंडे मौसम को ध्यान में रखते हुए डिजाइन किया गया है। इसके शीशे पर बर्फ नहीं जमेगी और यह -30 डिग्री सेल्सियस में भी आसानी से चलेगा।
वंदे भारत ट्रेन जम्मू और कश्मीर के रियासी में दुनिया के सबसे ऊंचे रेलवे पुल, चिनाब ब्रिज के ऊपर से गुजरी। यहां वंदे भारत ट्रेन का ट्रायल रन पूरा हो गया है। यह पुल उधमपुर-श्रीनगर-बारामुल्ला रेल लिंक (यूएसबीआरएल) पर स्थित है। पिछले सप्ताह उधमपुर-श्रीनगर-बारामुल्ला रेल लिंक (यूएसबीआरएल) पर इसका ट्रायल रन सफलतापूर्वक पूरा हुआ। यह ट्रायल रन कटरा-बडगाम रेलवे ट्रैक पर किया गया। इस ट्रेन में कुल 18 कोच हैं। केंद्र शासित प्रदेश जम्मू और कश्मीर में रेलवे संपर्क में सुधार के लिए कई रेलवे लाइनें बिछाई जा रही हैं। ऐसे में दुनिया के सबसे ऊंचे रेलवे ब्रिज यानी चिनाब ब्रिज पर ट्रेन चलाना रेलवे बोर्ड के लिए बड़ी सफलता है। वंदे भारत ट्रेन को ‘कश्मीर स्पेशल’ बनाया गया है। वंदे भारत ट्रेन के निर्माण से पहले रेलवे ने कश्मीर घाटी के मौसम की स्थिति को ध्यान में रखा है। यह वंदे भारत ट्रेन यात्रियों के लिए बहुत सस्ती होगी और यात्रा को भी आसान बनाएगी। वंदे भारत ट्रेन से कटरा से बनिहाल की दूरी अब 90 मिनट में तय की जा सकेगी। गणतंत्र दिवस पर कश्मीर घाटी को यह तोहफा दिया जाएगा। इस ट्रेन में यात्रा करने वाले लोग कश्मीर के स्वर्ग का दर्शन कर सकेंगे। यह ट्रेन 160 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से ऊंचे पहाड़ों से गुजरेगी। उधमपुर-श्रीनगर-बारामूला रूट पर इस रेल सेवा के शुरू होने से यात्रियों को काफी सुविधा मिलेगी। कश्मीर घाटी में यह ट्रेन -30 डिग्री तापमान में भी यात्रियों को उनके गंतव्य तक पहुंचाएगी। इस ट्रेन को और तेज चलाने के लिए इसमें हवाई जहाज की कुछ विशेषताएं भी जोड़ी गई हैं। विशेष रूप से डिजाइन की गई इस ट्रेन के शीशे पर कभी बर्फ नहीं जमेगी, जिससे दृश्यता में कोई समस्या नहीं होगी।