नई दिल्ली। रक्षा सचिव राजेश कुमार सिंह ने सोमवार को संवाददाताओं को बताया कि गणतंत्र दिवस की परेड में अन्य स्वदेशी हथियारों के साथ हथियारों को ले जाने में सक्षम नवविकसित सामरिक मिसाइल प्रलय को भी प्रदर्शित किया जाएगा। ‘प्रलय’ कम दूरी वाली सतह से सतह में मार करने वाली मिसाइल है, जिसके पेलोड की क्षमता 500-एक हजार किलो है। इसकी मारक क्षमता 150 से 500 किमी की दूरी तक है। देश में विकसित और निर्मित एडवांस लाइट हेलीकाॅप्टर (एएलएच) ध्रुव इस बार 26 जनवरी की परेड में फ्लाइपास्ट का हिस्सा नहीं बन सकेगा। रक्षा सचिव ने बताया कि 90 मिनट की परेड में 16 राज्यों और 15 मंत्रालयों की 31 झांकियां प्रदर्शित की जाएंगी। इस बार की परेड पर गहरी सांस्कृतिक छाप होगी। पांच हजार आदिवासी कलाकार अपना हुनर दिखाएंगे।