प्रयागराज। मकर संक्रांति पर आज मंगलवार को पहला अमृत स्नान शुरू हो गया है। महानिर्वाणी और अटल अखाड़े के संत त्रिवेणी संगम पर डुबकी लगा रहे हैं। अमृत स्नान करने के लिए अखाड़ों के संत जुलूस निकालकर त्रिवेणी संगम पर पहुंच रहे हैं। महाकुंभ-2025 के पहले अमृत स्नान के लिए अखाड़ों का जुलूस रात से ही निकलने लगा है। सनातन धर्म के 13 अखाड़ों के साधु आज मकर संक्रांति पर त्रिवेणी संगम में डुबकी लगाएंगे। महाकुंभ में सबसे पहले महानिर्वाणी और अटल अखाड़ा के संत स्नान करेंगे। अखाड़ों से संगम तक जाने वाले रास्तों पर दोनों ओर भारी पुलिस बल को तैनात किया गया है।
श्री पंचायती निरंजनी अखाड़ा के स्वामी कैलाशानंद गिरी ने बताया कि यह स्नान देवताओं को भी दुर्लभ है। आज सूर्य उत्तरायण होंगे, संत इसी तिथि की प्रतीक्षा करते हैं। भारतीय परंपरा में इस स्नान का बहुत महत्व है। इस स्नान को देखने के लिए देवता भी तरसते हैं। मकर संक्रांति पर आज महाकुंभ में 3 से 4 करोड़ लोग गंगा में पवित्र स्नान करेंगे।
स्वामी परमात्मानंद महाराज, श्री पंचायत अखाड़ा महानिर्वाणी ने बताया- इस बार हमने शाही स्नान का नाम बदलकर अमृत स्नान कर दिया है। पहले मुगल काल के समय से इसका नाम शाही स्नान चला आ रहा था, अब सनातन संस्कृति के अनुसार नाम परिवर्तित करके इसे अमृत स्नान कर दिया है। यह कुंभ विशेष इसलिए भी है क्योंकि ये 144 साल बाद आ रहा है।