नई दिल्ली। भाजपा ने विभिन्न राज्यों में प्रदेश अध्यक्षों और राष्ट्रीय परिषद सदस्यों के चुनाव के लिए गुरुवार, 2 जनवरी को चुनाव पदाधिकारियों की घोषणा की है। केंद्रीय मंत्रियों सहित वरिष्ठ नेताओं को अपने राज्यों में आंतरिक चुनावों का उचित संचालन सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
भाजपा ने केंद्रीय मंत्रियों को खास राज्यों की जिम्मेदारी सौंपी है। भूपेन्द्र यादव को गुजरात का चुनाव अधिकारी बनाया गया है, जबकि पीयूष गोयल को उत्तर प्रदेश, मनोहर लाल खट्टर को बिहार, सुनील बंसल को गोवा, धर्मेंद्र प्रधान को मध्य प्रदेश और शिवराज सिंह चौहान को कर्नाटक का चुनाव अधिकारी बनाया गया है।
इसी प्रकार अंडमान और निकोबार के लिए तमिलिसाई सुंदरराजन, आंध्र प्रदेश के लिए पीसी मोहन, अरुणाचल प्रदेश के लिए सर्बानंद सोनोवाल, असम के लिए गजेंद्र सिंह शेखावत, चंडीगढ़ के लिए सरदार नरेंद्र सिंह रैना, छत्तीसगढ़, दादरा और नगर हवेली-दमण के लिए विनोद तावड़े और डॉ. राधा मोहन दास अग्रवाल, हरियाणा के लिए अरुण सिंह, हिमाचल प्रदेश के लिए डॉ. जितेंद्र सिंह, जम्मू-कश्मीर के लिए संजय भाटिया, केरल के लिए प्रह्लाद जोशी, लद्दाख के लिए जयराम ठाकुर, लक्षद्वीप के लिए पोन. राधाकृष्णन, जॉर्ज कुरियन को मेघालय के लिए चुनाव अधिकारी नियुक्त किया गया है। मिजोरम के लिए वनथी श्रीनिवासन, नागालैंड के लिए वी. मुरलीधरन, ओडिशा के लिए संजय जायसवाल, पुडुचेरी के लिए तरूण चुघ, राजस्थान के लिए विजय रूपाणी, सिक्किम के लिए किरण रिजिजू, जी. किशन रेड्डी, तेलंगाना के लिए कुमारी शोभा करंदलाजे और त्रिपुरा के लिए जुएल ओरम को नियुक्त किया गया है। भाजपा पार्टी के नियमों के अनुसार राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव से पहले 50 फीसदी राज्यों में संगठन के चुनाव कराने होते हैं। इसके लिए राज्यों के क्षेत्रीय अध्यक्षों का चुनाव 15 जनवरी तक होना है। इसके बाद राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।