नई दिल्ली। देश की शीर्ष सरकारी स्वामित्व वाली दूरसंचार सेवा प्रदाता कंपनी भारत संचार निगम लिमिटेड (बीएसएनएल) कथित तौर पर अपनी बैलेंस शीट को मजबूत करने के लिए 19,000 कर्मचारियों की छंटनी करने की तैयारी कर रही है। इस छंटनी प्रक्रिया के तहत कंपनी अपने कुल कार्यबल में 35 फीसदी की कटौती करेगी।
बीएसएनएल अपने स्थायी कर्मचारियों की छंटनी के लिए स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति योजना (वीआरएस) लागू कर सकता है। इससे हजारों कर्मचारियों की नौकरी पर असर पड़ेगा। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार मौजूदा कार्यबल से करीब 18,000 से 19,000 कर्मचारियों की छंटनी हो सकती है। बीएसएनएल का यह कदम कंपनी की वित्तीय स्थिति में सुधार के लिए है।
बीएसएनएल लंबे समय से घाटे का सामना कर रहा है। सरकार इसके संचालन को जारी रखने के लिए वित्तीय सहायता भी प्रदान कर रही है। लेकिन अपेक्षित परिणाम नहीं मिला। अब कंपनी ने अपने खर्चों को कम करने के लिए कर्मचारियों की संख्या कम करने का फैसला किया है। स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति योजना के तहत कर्मचारियों को स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति लेने का प्रस्ताव है। जिसमें कंपनी को तत्काल राहत मिलती है और कर्मचारियों को उनकी सेवाओं के लिए एक निश्चित राशि जारी की जाती है।