सूरत। रविवार को पत्नी पीड़ित पतियों के एसोसिएशन की ओर से सूरत में विरोध प्रदर्शन किया गया। पत्नी पीड़ित पतियों ने अठवा लाइंस में हाथ में बैनर लेकर पुरुष आयोग बनाने की मांग की। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि फर्जी केस में उलझे पुरुषों को न्याय दिलाने के लिए सरकार को ठोस कदम उठाने चाहिए। प्रदर्शनकारियों ने हाथ में बैनर लेकर मर्द को भी दर्द होता है के नारे लगाए। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि पुरुष एटीएम नहीं है।
रविवार को पत्नी पीड़ित पतियों ने अठवा लाइंस सर्किल में हाथ में बैनर लेकर प्रदर्शन करते हुए बेंगलुरू के अतुल सुभाष की अात्महत्या का विरोध किया। प्रदर्शनकारियों के हाथों में माैजूद कई बैनर्स में 2014 से 2022 तक पुरुषाें की आत्महत्या के आंकड़े भी लिखे हुए थे। कुछ बैनर्स में लिखा था कि फर्जी केस मानवता के खिलाफ है तो कुछ में लिखा था- मैन नाट एटीएम। प्रदर्शनकारियों ने बैनर्स के जरिए अपनी वेदना व्यक्त की।
उधर, राजकोट में भी पत्नी पीड़ित पुरुषों ने महिला कानूनों के दुरुपयोग का विरोध किया। पत्नी पीड़ित पति ने कहा कि महिला ने पहले शादी की और तलाक ले लिया और फिर उसके पिता अदालत में जाते हैं और वकील के माध्यम से भरण-पोषण का दावा करते हैं…इस तरह पत्नी अक्सर पति बदलने का धंधा करती है।