नई दिल्ली। पेगासस जासूसी सॉफ्टवेयर के मुद्दे पर कांग्रेस ने एक बार फिर मोदी सरकार को घेरा है। कांग्रेस नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने मोदी सरकार से कई सवाल पूछे हैं और जवाब मांगा है। हाल ही में एक अमेरिकी अदालत ने इजराइल के एक एनएसओ समूह को दोषी ठहराया था और भारत में यह मामला फिर से छिड़ गया है।
इजराइल के एनएसओ पर उपकरणों में पेगासस स्पाइवेयर डालकर 1400 लोगों की जानकारी हैक करने का आरोप लगा था। इन 1400 व्हाट्सएप यूजर्स में 300 भारतीय भी शामिल थे। पीड़ितों में भारत के पत्रकार, राजनेता, केंद्रीय मंत्री और सरकारी अधिकारी शामिल हैं। एनएसओ समूह ने बार-बार स्वीकार किया है कि यह सौदा केवल सरकार और सरकारी एजेंसियों के साथ था। हालांकि, भारत सरकार लगातार इन आरोपों से इनकार करती रही है। अब अमेरिकी कोर्ट ने एनएसओ ग्रुप को दोषी पाया है और विपक्ष ने फिर से पलटवार कर सच सामने लाने की मांग की है।
सुरजेवाला ने सोशल मीडिया(X) पर पोस्ट करके सरकार से सवाल पूछे हैं कि पेगासस जासूसी सॉफ्टवेयर मामले में आए फैसले से यह साबित होता है कि अवैध स्पाईवेयर रैकेट में भारतीयों के 300 वाॅट्सएप यूजर्स किस तरह हैक किए गए। जो 300 भारतीय इसके शिकार हुए हैं, वे कौन हैं, दो केंद्रीय मंत्री कौन हैं, तीन विपक्षी नेता कौन हैं, संवैधानिक अधिकारी, पत्रकार और बिजनेसमैन कौन हैं?
सुरजेवाला ने निशाना साधते हुए कहा कि इस हैकिंग की जानकारी भाजपा सरकार और एजेंसियों को कैसे मिल गई? वे जो उपयोग कर रहे हैं, क्या उसके लिए वर्तमान सरकार के राजनीतिक-कार्यकर्ताओं और अधिकारियों के साथ-साथ एनएसओ के स्वामित्व वाली कंपनी के खिलाफ भी शिकायत दर्ज की जाएगी?
सुरजेवाला ने सवाल किया है कि क्या सुप्रीम कोर्ट मेटा बनाम एनएसओ मामले में अमेरिकी कोर्ट द्वारा दिए गए फैसले पर विचार करेगा या नहीं? क्या सुप्रीम कोर्ट 2021-22 में पेगासस स्पाइवेयर पर तकनीकी विश्लेषकों की समिति द्वारा तैयार की गई रिपोर्ट को सार्वजनिक करेगा? क्या सुप्रीम कोर्ट मेटा से जुड़े 300 नंबरों के नाम मांगेगा?