नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कुवैत पहुंच गए। पीएम मोदी कुवैत के शेख मेशाल अल अहमद अल जबर अल सबा के निमंत्रण पर कुवैत पहुंचे हैं। पिछले 43 सालों में यह किसी भारतीय प्रधानमंत्री का पहला कुवैत दौरा है। 1990 में जब इराक ने कुवैत पर हमला किया था तो भारत ने इसकी आलोचना नहीं की। इससे कुवैत के साथ रिश्तों में तनाव बढ़ गया और दोनों देशों के बीच राजनीतिक बातचीत लंबे समय तक ठप रही।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कुवैत यात्रा से दोनों देशों के बीच संबंधों में एक नए युग की शुरुआत होगी। कल रविवार, 22 दिसंबर को वह कुवैत के अमीर, क्राउन प्रिंस और प्रधानमंत्री के साथ अलग-अलग बैठकें करेंगे। फिर उसी दिन शाम को वह स्वदेश लौट आएंगे। मोदी कुवैत में भारतीय समुदाय के लोगों से भी मुलाकात करने वाले हैं। कुवैत में दस लाख भारतीय रहते हैं, जो वहां रहने वाले विदेशी नागरिकों की सबसे बड़ी संख्या है।
विदेश मंत्रालय के अधिकारियों ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी की यात्रा के दौरान ऊर्जा, हाइड्रोकार्बन और व्यापार संबंधों से जुड़े मुद्दों पर चर्चा की जाएगी। स्थानीय मुद्रा में कारोबार करना भी एक बड़ा मुद्दा होगा। पीएम मोदी का यह दौरा इसलिए भी अहम है क्योंकि कुवैत अब खाड़ी देशों की परिषद की अध्यक्षता करने जा रहा है। इसलिए भारत उसके साथ मुक्त व्यापार समझौता करना चाहता है।