सूरत। नेयोल चेक पोस्ट पर एक बार फिर नकली नोटों के बंडल पकड़े गए हैं। सारोली पुलिस ने खुफिया सूचना पर मुंबई से नकली नोट देने सूरत आ रहे तीन युवकों को 500 और 200 के 64,000 नोटों की 64 गड्डियों के साथ गिरफ्तार किया। जब्त किए नोटों की कीमत ढाई करोड़ रुपए है। जिसमें 500 के 43 बंडल हैं, इसमें 86 नोट असली बाकी 42,914 नोट नकली हैं। 200 के 21 बंडल हैं, जिसमें 42 नोट असली और 20,958 नोट नकली हैं।
गिरफ्तार युवकों ने बताया कि मुंबई के विले पार्ले में एक शख्स ने हमें इन नकली नोटों के बंडल दिए हैं, उसने इन बंडलों को सूरत रेलवे स्टेशन पर पहुंचाने के लिए कहा है। पुलिस ने बताया कि इस मामले में मुंबई के अहमदनगर के एक युवक की संलिप्तता सामने आयी है, जिसे वांछित घोषित करके आगे की कार्रवाई की जा रही है।
जानकारी के अनुसार सारोली पुलिस स्टेशन के कांस्टेबल विपुल सिंह और विलेश से मिली खुफिया सूचना के आधार पर शनिवार, 14 दिसंबर शाम को सारोली पुलिस स्टेशन के सर्विलांस स्टाफ ने मुंबई से आ रहे तीन युवकों को रोककर उनकी तलाशी ली, तो उनके पास से 500 और 200 के नकली नोट मिले। इन युवकों का नाम दत्तात्रेय रोकड़े, गुलशन गुगले और राहुल विश्वकर्मा है। तीनों युवकों को नियोल चेक पोस्ट पर गिरफ्तार किया गया। पूछताछ के दौरान युवकों ने बताया कि अहमदनगर के बुरडगांव के रहने वाले राहुल महादेव काले ने एक सप्ताह पहले उनसे संपर्क करके नकली नोटों को सूरत रेलवे स्टेशन पर पहुंचाने के लिए कहा था। राहुल शुक्रवार रात को विले पार्ले बस स्टेशन पर नकली नोटों से भरा बैग देकर चला गया था। तीनों युवकों को नकली नोट पहुंचाने की एवज में 10 हजार रुपए मिलने वाले थे। तीनों मुंबई से लग्जरी बस में सूरत आ रहे थे और नियोल चेक पोस्ट से पहले बस से उतरकर पैदल सूरत की ओर आ रहे थे।
पुलिस ने बताया कि गुलशन गुगले एक्सिस बैंक में मैनेजर की नौकरी करता था। उसका ट्रांसफर मंुबई से कोलकाता कर दिया तो उसने नौकरी छोड़ दी और नकली नोटों के कारोबार में शामिल हो गया।