सूरत। पिछले दिनों पुलिस ने 13 फर्जी डॉक्टरों को गिरफ्तार किया था। इसमें से 10 फर्जी डॉक्टर जमानत पर छूट गए, जबकि रसेष गुजराती समेत तीन आरोपियाें को पुलिस ने छह दिनों की रिमांड पर लिया है। पुलिस ने फर्जी सर्टिफिकेट बनाने के मास्टर माइंड रसेष गुजराती, बीके रावत और इरफान को कोर्ट में पेश करके 10 दिन की रिमांड की मांग की थी। पुलिस और बचाव पक्ष के वकीलों की दलीलों के बाद कोर्ट ने छह दिन की रिमांड मंजूर की है। आरोपियों की ओर से पैरवी करने के लिए 7 वकील कोर्ट में मौजूद थे।
मुख्य आरोपी रसेष गुजराती और बीके रावत अहमदाबाद में ट्रस्ट के नाम से बीईएचएम की फर्जी डिग्री देते थे। इसकी एवज में युवकों से 70 से 75 हजार रुपए वसूले जाते थे। रसेष गुजराती सूरत कांग्रेस के डॉक्टर सेल का अध्यक्ष भी रह चुका है। रसेष गुजराती अब तक 1200 लोगों को फर्जी डॉक्टरी की डिग्रियां बेच चुका है। रसेष गुजराती पर 2017 में एक नाबालिग का गर्भपात कराने का आरोप भी है। वह जेल भी जा चुका है।