सूरत। बांग्लादेश में लगातार बिगड़ रहे माहौल का असर सूरत के कपड़ा उद्योग पर दिखाई देने लगा है। बांग्लादेश के ढाका, चटगांव, मीरपुर, कोमिला समेत मंडियों में सूरत से प्लेन, फैब्रिक, साड़ी-ड्रेस समेत कपड़े की सप्लाई होती है। बांग्लादेश से सूरत में अच्छा कारोबार होता है। सूरत के ढाई से अधिक व्यापारी वाया कोलकता अथवा सीधे बांग्लादेश कपड़े की सप्लाई करते हैं। पिछले कुछ महीनों में बांग्लादेश में राजनीतिक अस्थिरता और हिंसा की घटनाओं से सूरत के व्यापारी चिंतित हैं। बांग्लादेश में बिगड़ते माहौल के बीच सूरत के कपड़ा व्यापारियों के 500 करोड़ रुपए फंसे हुए हैं। शुक्रवार को आढतिया कपड़ा एसोसिएशन की बैठक हुई, जिसमें बांग्लादेश की स्थिति को लेकर चिंता व्यक्त की गई। एसोसिएशन ने प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर स्थिति से अवगत कराया है।
आढतिया कपड़ा एसोसिएशन के अध्यक्ष प्रहलाद अग्रवाल ने कहा कि बांग्लादेश में मौजूदा परिस्थिति के चलते कारोबार पूरी तरह से ठप हो गया है। व्यापारियों और आढतिया को स्थिति के अनुसार कारोबार करने की सूचना दी गई है। एसोसिएशन की बैठक में बांग्लादेश में हिन्दुओं पर हो रहे अत्याचार पर रोष व्यक्त किया गया।