वडोदरा। गति शक्ति यूनिवर्सिटी के दीक्षांत समारोह में रेलमंत्री एवं चांसलर अश्विनी वैष्णव ने कहा कि वर्तमान युग में भारत के शैक्षणिक संस्थानों का उद्योगों के साथ जुड़ाव बहुत महत्वपूर्ण है, उद्योगों की जरूरतों के अनुसार पाठ्यक्रम डिजाइन किए जाने चाहिए। गति शक्ति यूनिवर्सिटी के चांसलर अश्विनी वैष्णव ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि एयरबस, जैकब्स, विश्व स्तरीय सेमीकंडक्टर निर्माता कंपनी, सीमेंस, एल्सटॉम जैसी कंपनियों ने गति शक्ति विश्वविद्यालय के साथ समझौता किया है और उनकी आवश्यकताओं के अनुसार पाठ्यक्रम तैयार किया जा रहा है। विश्वविद्यालय इन कंपनियों को भविष्य में जिस भी जनशक्ति की आवश्यकता होगी, उसे गतिज ऊर्जा प्रदान करने में सक्षम है। सरकार विश्वविद्यालय को विश्व स्तरीय सुविधाएं प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। भविष्य में बुलेट ट्रेन के लिए हाई-स्पीड प्रशिक्षण संस्थान को भी इस विश्वविद्यालय में एकीकृत किया जाएगा इसका विस्तार किया जाए। मैं गुजरात सरकार से इसके लिए जमीन उपलब्ध कराने की अपील करता हूं।
उन्होंने छात्रों से कहा कि भविष्य को बेहतर बनाने के लिए आपको वर्तमान में अपना सर्वश्रेष्ठ योगदान देना होगा, अगर आप टीम वर्क के साथ काम करते हैं तो इस बात की चिंता न करें कि कल क्या होगा। कोई भी आपको सफल होने से नहीं रोक सकता।
समारोह में मौजूद मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल ने घोषणा की कि गति शक्ति विश्वविद्यालय का विश्वस्तरीय परिसर बनाने के लिए गुजरात सरकार 31 हेक्टेयर जमीन देगी और अब इस फैसले पर मुहर लगाने के लिए कैबिनेट की बैठक ही बाकी है। वडोदरा में 150 साल पहले बैल से चलने वाली ट्रेन चलती थी, गति शक्ति यूनिवर्सिटी वडोदरा की विरासत को आगे बढ़ा रही है।