आणंद। अमूल ने नकली घी बेचने वालों के खिलाफ चेतावनी जारी की है। कंपनी ने कहा है कि कुछ लोग नकली अमूल घी बेच रहे हैं। खासकर एक लीटर के रिफिल पैक में जिसे अमूल तीन साल से नहीं बना रहा है। अमूल ने लोगों से घी खरीदने से पहले पैकेट जांचने को कहा है। उन्होंने असली और नकली अमूल घी की पहचान करने का तरीका भी बताया है।
डेयरी ब्रांड अमूल ने पाया कि कुछ लोग नकली घी बेच रहे हैं। ये विशेष रूप से एक लीटर रिफिल पैक में उपलब्ध है। अमूल ने कहा कि वे पिछले तीन साल से यह पैक नहीं बना रहे हैं।
अमूल ने सोशल मीडिया(X) पर पोस्ट करके कहा कि अमूल के नकली उत्पादों को रोकने के लिए डुप्लीकेशन प्रूफ कार्टन पैक पेश किए हैं। कंपनी ने कहा कि नए पैकेट अमूल की आईएसओ-प्रमाणित डेयरियों में एसेप्टिक फिलिंग तकनीक का उपयोग करके निर्मित किए जाते हैं। यह तकनीक अच्छे गुणवत्ता मानक स्थापित करती है।
पिछले महीने अमूल ने स्पष्ट किया था कि उसने तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (टीटीडी) को कभी घी की आपूर्ति नहीं की है। सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाई जा रही थी कि तिरूपति लड्डू बनाने में जानवरों की चर्बी का इस्तेमाल किया जाता है और यह घी अमूल कंपनी मुहैया कराती है।
कुछ सोशल मीडिया पोस्ट में दावा किया गया था कि मंदिर अमूल घी का उपयोग करता है। इसके बाद अमूल ने सफाई दी। अमूल ने कहा कि सोशल मीडिया पोस्ट में उल्लेख किया गया था कि अमूल घी तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम को आपूर्ति की जा रही थी। हम बताना चाहेंगे कि हमने कभी भी तिरूपति मंदिर को अमूल घी की आपूर्ति नहीं की है।