नई दिल्ली/अहमदाबाद। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 28 अक्टूबर को गुजरात आ रहे हैं। गुजरातियों को दिवाली से पहले कई विकास कार्यों की सौगात मिलेगी। प्रधानमंत्री अपने गुजरात दौरे के दौरान अमरेली जिले में 4800 करोड़ से अधिक के विकास कार्यों का उद्घाटन और लोकार्पण करेंगे। इसमें अमरेली, जामनगर, मोरबी, देवभूमि द्वारका, जूनागढ़, पोरबंदर, कच्छ और बोटाद जिलों की लगभग 1600 विकास परियोजनाएं शामिल हैं।
प्रधानमंत्री 705 करोड़ के जलापूर्ति विभाग के विकास कार्यों का उद्घाटन और लोकार्पण करेंगे। इसके साथ ही वह अमरेली में गगडियो नदी पर 35 करोड़ की लागत से भारत माता सरोवर का उद्घाटन, 20 करोड़ के पिट रिचार्ज, बोर रिचार्ज और वेल रिचार्ज समेत एक हजार कार्यों का शिलान्यास और 590 कार्यों का उद्घाटन करेंगे। इसके अलावा भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) के 2800 करोड़ रुपये से अधिक के विभिन्न कार्यों का उद्घाटन और लोकार्पण भी करेंगे। वह रेलवे विभाग के तहत 1094 करोड़ की लागत से भुज-नलिया गेज परिवर्तन परियोजना का भी शुभारंभ करेंगे।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 28 अक्टूबर को अमरेली में नेशनल हाइवे ऑथोरिटी ऑफ इन्डिया (एनएचएआई) के 2811 करोड़ रुपये के विभिन्न विकास कार्यों का लोकार्पण-शिलान्यास करेंगे। इनमें 2185 करोड़ रुपये के 4 विकास कार्यों का लोकार्पण तथा 626 करोड़ रुपये के एक विकास कार्य का शिलान्यास शामिल है।
एनएचएआई के लोकार्पित होने वाले 4 विकास कार्यों में 768 करोड़ रुपये की लागत से राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या (एनएच) 151ए पर ध्रोल-भादरा पाटिया अनुभाग (सेक्शन) और भादरा पाटिया-पिपळिया अनुभाग का चार मार्गीकरण, 1025 करोड़ रुपये की लागत से एनएच 151ए पर द्वारका-खंभालिया-देवरिया अनुभाग के 203 किलोमीटर से 176 किलोमीटर एवं 171 किलोमीटर से 125 किलोमीटर के अनुभाग का चार मार्गीकरण, 136 करोड़ रुपये की लागत से एनएच 41 पर माधवपुर-पोरबंदर अनुभाग के 338 किलोमीटर से 379 किलोमीटर का चार मार्गीकरण और 256 करोड़ रुपये की लागत से एनएच 151 पर जेतपुर-सोमनाथ अनुभाग के चार मार्गीकरण पर जूनागढ़ बाईपास आदि कार्यों का निर्माण शामिल हैं। इसके साथ ही; 626 करोड़ रुपये की लागत से जामनगर जिले के ध्रोल बाईपास से मोरबी जिले के आमरण तक के अनुभाग के चार मार्गीकरण के कार्य का शिलान्यास भी किया जाएगा।
705 करोड़ के विकास कार्यों में बोटाद जिले के लिए नवादा से चावंड बल्क पाइपलाइन का उद्घाटन और भावनगर जिले में पीने के पानी के लिए पासवी समूह संवर्धन जल आपूर्ति योजना भाग- II के कार्यों को पूरा करना भी शामिल है। इसके चलते बोटाद, अमरेली, जूनागढ़, राजकोट और पोरबंदर जिलों के 1298 गांवों और 36 शहरों के करीब 67 लाख लाभार्थियों को 28 करोड़ लीटर अतिरिक्त पानी की आपूर्ति की जा रही है। जबकि, भावनगर जिले में, जिले के महुवा, तलाजा और पालीताना तालुका के 95 गांव, जिनकी आबादी लगभग 2.75 लाख है, को पेयजल योजनाओं के तहत कवर किया गया है।
गुजरात सरकार एवं धोलकिया फाउंडेशन द्वारा जन-निजी भागीदारी (पीपीपी) मॉडल के अंतर्गत अमरेली जिले में लाठी के दुधाला में हेतनी हवेली के पास 35 करोड़ रुपये की लागत से भारत माता सरोवर का निर्माण किया गया है। वॉटरशेड (जलग्रहण) विभाग के 4.50 करोड़ लीटर जल संग्रहण क्षमता वाले चेकडैम (तटबंध) को धोलकिया फाउंडेशन द्वारा गहरा किया गया है। इसकी चौड़ाई बढ़ाई गई है तथा चेकडैम के दोनों ओर मिट्टी डालकर उसे मजबूत किया गया है। इसके फलस्वरूप इस तटबंध की जल संग्रहण क्षमता में 20 करोड़ लीटर की वृद्धि हुई है। इस तटबंध को भारत माता सरोवर नाम दिया गया है और हाल में इस भारत माता सरोवर में 24.50 करोड़ लीटर जल का संग्रह हुआ है। इसके कारण आसपास के खेतों में स्थित बोरवेल एवं कुओं के जलस्तर में वृद्धि हुई है, आसपास गांवों में पानी की सुविधा हुई है और गांव के किसानों को सिंचाई के लिए परोक्ष रूप से इस सरोवर का लाभ मिला है।